विश्व की पहली मोटर कार – एक समय ऐसा भी था जब इंसान आज के आधुनिक साधनों का उपयोग करने के बारे में सोच भी नहीं सकता था.
कहीं भी जाने आने के लिए सिर्फ एक ही साधन थे लोगों के पास और वो थे उनके पैर.
जहां भी जाना हो पैदल ही जाना होता था. आज दुनिया में साइंस ने बहुत ही तेजी के साथ रफ्तार पकड़ी और एक से बढ़कर एक चीजें हमारे लिए उपलब्ध है.
लेकिन क्या आप ये जानते हैं कि इतिहास में परिवहन के लिए पहिए का इस्तेमाल सबसे पहले कब हुआ ?
किस तरह मोटरकार की शुरुआत हुई ?
और भारत में वो कौन व्यक्ति था जिसने सबसे पहले कार खरीदी थी ?
नहीं तो चलिए हम आपको बताते हैं विश्व की पहली मोटर कार से जुड़े उस इतिहास के बारे में विस्तार से.
विश्व की पहली मोटर कार –
अनुमान लगाया जाता है कि भारत देश में परिवहन के लिए सबसे पहली बार 4000 साल पहले पहिए का इस्तेमाल हुआ था. पूरे विश्व की बात करें तो सबसे पहले पहिए का इस्तेमाल 18वीं शताब्दी के अंत में हुआ.
विश्व की पहली मोटर कार
जेम्स वॉट ने 1705 ईस्वी में भाप इंजन का आविष्कार किया जिसके बाद ऊर्जा से चलने वाले परिवहन के निर्माण कार्य में काफी तेजी आने लगी थी. 1769 ईस्वी में विश्व की सबसे पहली मोटर कार फ्रांस के नागरिक निकोलस जोसेफ कुगनोट ने बनाया था जो एक तिपहिया वाहन माना जाता है.
कब रखी गई मोटर कार उद्योग की नीव
सबसे पहले जर्मनी में साल 1878 में गोटलिब डेमलर और कार्ल बेंज ने मोटर कार उद्योग की नीव रखने का काम किया था. साल 1885 में उन इंजनों का आविष्कार किया गया जो पेट्रोल से चलते थे. और 1886 में डेमलर के द्वारा मोटर द्वारा संचालित होने वाले कार का निर्माण हुआ था.
साल 1990 में फ्रांस के दो नागरिकों लेवसर और पैनहार्ड ने डेमलर इंजन से चलने वाले मोटर वाहनों के निर्माण कार्य की शुरुआत की थी.
चार्ल्स डूरेया जो कि एक अमेरिकी नागरिक थे उन्होंने साल 1893 में पेट्रोल इंजन से चलने वाली मोटर कार को बनाया. साल 1898 में मोटर निर्माता कंपनियों की संख्या यूएस में लगभग 50 के करीब पहुंच गई थी. जबकि 1908 के आसपास मोटर कार निर्माता कंपनियों की संख्या में काफी तेजी से बढ़ोतरी हुई और वो 240 को पार कर गई.
भारत में चलने वाली सबसे पहली मोटर कार
1897 मेंआधिकारिक रूप से सबसे पहली कार कोलकाता के मिस्टर फोस्टर के मालिक क्रॉम्पटन ग्रीवेस के पास नज़र आई थी. जबकि भारत के मुंबई शहर में साल 1898 में 4 मोटर कार खरीदी गई थी. इन 4 में से जमशेदजी टाटा ने एक कार खरीदी थी.
तो दोस्तों विश्वभर में सबसे पहले 18 वीं शताब्दी के अंत में पहिये का इस्तेमाल किया गया था. जबकि 1769 में विश्व की सबसे पहली मोटर कार का निर्माण हुआ. भारत देश में सबसे पहले 1897 में मोटर कार का इस्तेमाल किया गया था. इसके बाद तो धीरे-धीरे साइंस ने इतनी प्रगति कर ली कि आए दिन एक से बढ़कर एक गाड़ियां बाजारों में दिखने लगी. और आज हालात ऐसे बन गए हैं की सड़कों पर इंसानो से ज्यादा गाड़ियां नजर आती है.
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