मुंबई में आग – मुंबई में पिछले कुछ महीनों से आग की वारदातें कुछ ज़्यादा ही हो रही हैं, कुछ महीने पहले प्रभादेवी इलाके की एक रिहायशी बिल्डिंग में आग लगने के बाद आज सुबह परेल इलाके की एक रिहायशी बिल्डिंग में ज़बर्दस्त आग लग गई.
मुंबई में आग की वजह से 4 लोगों की मौत हो चुकी है और करीब 16 लोग घायल हो गए.
बताय जा रहा है कि आग परेल इलाक़े में हिंदमाता सिनेमा के पास स्थित क्रिस्टल टावर के 12वीं मंजिल पर लगी. ये बिल्डिंग 17 मंजिला है और अभी 4 साल पहने ही बनकर तैयार हुई है. खबरों के मुताबिक आग शॉर्ट सर्किट की वजह से लगी. आग की खबर मिलते ही मौके पर फ़ायर ब्रिगेड की दर्जनभर से ज़्यादा गाड़ियां पहुंच गई. कहा जा रहा है कि आग बहुत भयानक है और बिल्डिंग के अंदर फंसे लोगों को क्रेन की मदद से बाहर निकाला जा रहा है.
#UPDATE: 20 fire tenders rushed to Crystal Tower near Hindmata Cinema in Parel where fire broke out on 12th floor of the tower. No casualties reported till now. People trapped inside being rescued using cranes.Some people taken to hospital after rescue.Rescue operation on.#Mumbai pic.twitter.com/VDLuYdDIqE
— ANI (@ANI) August 22, 2018
हादसे में घायल 16 लोगों को केईएम अस्पताल ले जाया गया. समाचार एजेंसी के मुताबिक, क्रिस्टल टॉवर में लगी आग को काबू पाने के लिए दमकल की 20 गाड़ियों को लगाया गया है.
#UPDATE: The Level-2 fire that broke out in Crystal Tower near Hindmata Cinema in Parel area now becomes Level-3 fire. Ten fire fighting tenders have rushed to the spot. People trapped inside the tower are being rescued using a crane. Rescue operation is underway. #Mumbai pic.twitter.com/stUgBaQQzX
— ANI (@ANI) August 22, 2018
मुंबई में हर दो-तीन महीने में कहीं न कहीं आग लग ही जाती है. कुछ दिनों पहले ही मुंबई के चेंबूर इलाके में भारत पेट्रोलियम की एक रिफाइनरी के ब्व्यालर में विस्फोट के बाद आग लगने से कम से कम 43 लोग जख्मी हो गए थे.
मुंबई में आग – पिछले साल लोअर परेल इलाके के एक रेस्टोरेंट में भीषण आग लग गई थी जिसमें की लोग मारे गए थे, उसी इलाके में कई बड़े मीडिया हाउस के ऑफिस भी हैं. ऐसे में सवाल ये उठता है कि ऊंची-ऊंची इमारते बनाने वाले बिल्डर आखिर आग से बचने का कोई इंतज़ाम क्यों नहीं करते हैं? आखिर कब तक यूं ही निर्दोष लोग आग की लपटों में जलते रहेंगे.