नई पीढ़ी के फ़िल्मेकर्स में बुक पर बेस्ड फ़िल्म बनाने का क्रेज कम नहीं हुआ है.
अब बॉम्बे वेलवेट को ही ले लिजिए ये फ़िल्म मशहूर इतिहासविद ज्ञान प्रकाश की बुक मुंबई फेबल पर बेस्ड थी.
ये फ़िल्म घाटे का सौदा साबित हुई. तो वहीं सुंशात सिंह की फ़िल्म डिटेक्टिव ब्योमकेश बख्शी बांग्ला लेखक शरदिंदु बंदोपाध्याय के जासूसी नॉवेल पर बेस्ड है. आदित्य रॉय कपूर और कैटरीना कैफ की आने वाली फ़िल्म फितूर डिकन्स के नॉवेल द ग्रेट एक्सपेक्टेशन पर बेस्ड है.
ब्लू अम्ब्रेला (रस्किन बांड का नॉवेल), शशी कपूर की जूनून( फाईट ऑफ पीजन), पति पत्नी और वो( कमलेश्वर के नॉवेल), रंजनीगंधा ( यही सच है), काबूलीवाला (रविंद्रनाथ टैगोर की लघुकथा), गरम हवा (इस्मत चुगताई की लघुकथा), ब्लैक फ्राईडे (हुसैन जैदी की सत्यकथा पर आधारित), उत्सव ( राजा शुद्रक लिखित संस्कृत नाटक मृच्छकटिकम्), जैसी फ़िल्मो की प्रेरणा साहित्यिक कृतिया बनी हैं.
रामायण और महाभारत जैसे पौरणिक किताबें भी फ़िल्मों के लिए प्रेरणा बनीं है जैसे हम साथ साथ है रामायण और राजनीति महाभारत का मार्डन वर्जन मानी गई.