आपको कई ऐसे लोगों के उदाहरण आये दिन मिलते रहते हैं जिन्होंने अपनी हार को अपनी जीत में बदल दिया, और मुझे यकीन है कि ऐसे लोगों के भी उदाहरण मिलते होंगे जिनसे दौलत और शोहरत संभली नहीं और इसी वजह से इनकी जिंदगियां हमें बहुत कुछ सिखा सकती हैं.
आइये, बात करते हैं उन 5 लोगों के बारे में जिन्होंने अपनी ‘जीत’ को ‘हार’ में बदल दिया.
1) अडोल्फ़ हिटलर
जर्मनी के इस तानाशाह के पास सब कुछ मौजूद था. इसमें कोई शक नहीं कि हिटलर एक बहुत ही प्रभावशाली नेता था और इसने जर्मनी को नई-नई बुलंदियों से आगाह किया लेकिन कुछ ऐसे भी कार्य किये जिसने उसपर पर दरिंदगी का ठप्पा लगा दिया और फिर उसके बाद तो हिटलर की कहानी सभी जानते हैं.
2) लुइस XVI.
फ्रांस देश के राजा लुईस VXI के पास सब कुछ था. एक पूरे के पूरे देश के मालिक, लुईस XVI ने सोचा, “यार मैं इतना अमीर हूँ और कोई गलत काम नहीं कर रहा हूँ, जनता को चु*या नहीं बना रहा हूँ, मुझे ये सब करना चाहिए!” बस तब से उनका बुरा समय शुरू हो गया और फ्रांस के लोगों ने इन्हें भरी सड़क पर सबके सामने इनका सिर धड से अलग कर दिया.
3) मुहम्मद अली जिन्नाह.
मुस्लिम लीग के लीडर, भारत देश के हर एक मुसलमान की आवाज़, काईदे आज़म, और न जाने कैसी कैसी उपाधियाँ हासिल थीं जिन्नाह साहब को, लेकिन इन्हें लगा हुआ था सिगरेट का चस्का और लोगों की बातों को नहीं मानने की आदत तो इनमें फूट-फूट कर भरी पड़ी थी, इसीलिए मुहम्मद अली जिन्नाह जैसे इंसान को इतनी दर्दनाक मौत मिली.
4) सिकंदर महान.
दुनिया भर में राज करने के इरादे से निकलते ही पहले तो यूरोप को अपने कब्ज़े में किया और फिर एशिया की तरफ डोरे डाले और यहीं पर सिकंदर महान का खेल बिगड़ गया. सेना का हिंद्कुश के सर्द पहाड़ों पर वहा की ठंडी बर्दाश्त न कर पाना, हिन्दुस्तान के खिलाफ मिली शर्मनाक हार, और घरवापसी के समय रास्ते में किसी बीमारी की वजह से हुई मौत, बेचारे सिकंदर को लालच खा गया.
5) रूस के ज़ार और ज़रीना.
इतिहास एक बात का हमेशा उदाहरण देता आया है कि अगर कोई राजा अपनी जनता के साथ शानपट्टी करता है तो जनता उस राजा को कहीं का नहीं छोडती. दुनिया के सबसे बड़े देश के राजा रूस के ज़ार निकोलस को शायद जनता की और स्टॅलिन की ताकत का अंदाजा नहीं था इसलिए वे अपने परिवार सहित बर्बाद हो गए!
तो देखा दोस्तों! यही होता है अगर आप पर कामियाबी का भूत चढ़ जाए और आप अपने आगे किसी को माने ही ना! मुझे पता है कि इतिहास में और वर्तमान में ऐसे कई उदाहरण मिलेंगे लेकिन हमने केवल 5 उदाहरण दिए हैं ताकि हम नेगटिव ना बने!
पढने के किये धन्यवाद!
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