चाली चैपलिन एक ऐसा कलाकार जिसकी मरने के बाद कब्र से लाश निकाल ली जाती है तो जिंदा रहते दो दो देशों की खुफिया एजेंसी उसका पीछा करती है.
लेकिन रूपहले पर्दे पर लोगों को हंसाने वाले चार्ली चैपलिन की ऐसी तस्वीर और बातें है जिनसे आप आज तक अनजान है.
चलिए एक नजर जरा उन पर डाल लेते हैं.
1 – चार्ली चैपलिन का बचपन काफी मुश्किलों और गरीबी में बीता लेकिन बावजूद इसके उन्होंने कभी पर्दे पर लोगों को मायूस नहीं होने दिया.
2 – पिता शराबी होने के कारण इनकी गरीब मां पागलपन की शिकार हो गई थीं. इसका नतीजा यह हुआ कि चैपलिन को सात साल की उम्र में एक आश्रम में रहना पड़ा था.
3 – चैपलिन ने 13 साल की उम्र में मनोरंजन की दुनिया में कदम रखा और डांस के साथ साथ उन्होंने नाटकों के मंचों में भी हिस्सा लेना शुरू किया.
4 – नाटकों के मंचों के दौरन ही चैपलिन को अमरीकी फिल्म स्टूडियो के लिए चुना गया और यहीं उनके मूक फिल्मों के बादशाह के रूप में उभरने का सिलसिला शुरू हुआ.
5 – चैपलिन ने लंदन में महात्मा गांधी से मुलाकात की. मुलाकात के वक्त वे महात्मा गांधी से उनके मशीनों को लेकर सवाल किए गए जवाब से इतने प्रभावित हुए कि उन्होंने इस मुद्दे पर टाइम मशीन नाम की एक फिल्म बना डाली.
6 – चार्ली चैपलिन ने हिटलर पर द ग्रेट डिक्टेटर फिल्म बनाई थी. इसमें उन्होंने हिटलर की नकल करते हुए उनका मजाक बनाया था.
7 – बैगी आकार की ऊंची पैंट, अजीबोगरीब टोपी और जरूरत से ज्यादा लंबे जूते पहनकर दुनिया को हंसाने वाले चार्ली चैपलिन को 1975 में महारानी एलिजाबेथ द्वितीय ने नाइट की उपाधि दी.
8 – लेकिन अमेरिकी खुफिया एजेंसी एफबीआई और ब्रिटेन की खुफिया एजेंसी एमआई 5 ने इस बात का लगाने के लिए उनका पीछा किया था कि कहीं वो कम्युनिस्ट या रूस के समर्थक तो नहीं है, जो अपने अभिनय के माध्यम से लोगों को रूस के पक्ष में जोड़ने का काम कर रहे हो.
9 – एफबीआई का मानना था कि चार्ली का असली नाम इजरायल थोर्नस्टेन था. जबकि एमआई-5 की खुफिया जांच में इस बात की पुष्टि नहीं हो पाई थी.
बहराल, कुछ भी चार्ली चैपलिन जब जब पर्दे पर आए तो लोगों ने उनकी हिटलर कट मूछों और बैगी पैंट पहने हाथ से ज्यादा आंख चलाने की अदा का भरपूर आनंद लिया.
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