मुगलकाल – मुगलों के बारे में आपने इतिहास की किताब में बहुत कुछ पढ़ा होगा और आजकल सोशल मीडिया पर भी मुगलों के बारे में कई जानकारियां आ रही हैं, लेकिन वो सब सच नहीं हैं.
औरंगजेब की बात ली जाए तो कोई उसे महान शासक बताता है तो कोई हत्यारा. यहां तक की अकबर के बारे में कहा जाता है कि बूढ़ा होने के बाद उसने इस्लाम छोड़कर दूसरा धर्म अपना लिया था.
चलिए हम आपको मुगलकाल की कुछ ऐसी सच्चाई बताते हैं जिसके बारे में आपको आज तक पता नहीं होगा.
मुगलकाल के बारे में –
राजा की होती थी सैकड़ों रानियां
मुगल शासकों में इस्लाम के चलते कई बीवियां रखने अपराध नहीं माना जाता था. एक राजा की सैकड़ों बीवियां होती थी जो उसके साथ ही महल में रहती थीं. रानियों की सेवा के लिए दासों का इंतजाम होता था. राजा भी हर दिन अलग-अलग बीवी के साथ रहता था.
नशेड़ी था हुमायूं
मुग़ल शासक बाबर के बेटे हुमायूं को अफीम और शराब की लत लग गई थी. लोग कहते हैं कि अपने नशे की वजह से हुमायूं , शेर शाह सूरी से हार गया था.
औरंगजेब सबसे क्रूर शासक
शाहजहां के बेटे औरंगजेब ने अपने ही तीन भाइयों की हत्या कर दी और राजा बन बैठा था. उसने अपने पिता को भी कैद में रखा था. औरंगजेब को मुगलकाल का सबसे क्रूर शासक भी कहते हैं. इतना ही नहीं उसने अपने शासनकाल में संगीत पर भी प्रतिबन्ध लगा दिया था.
अनारकली सच नहीं, काल्पनिक थी
ये सच शायद ही किसी को पता हो कि जहाँगीर कभी भी किसी कनीज़ अनारकली के प्रेम में नहीं पड़ा था. यह केवल मुगल साम्राज्य के छवि निर्माण के लिए गढ़ी गई कहानियाँ मात्र थी. यानी असल में कोई अनारकली थी ही नहीं.
जहांगीर ने करवाई थी अकबर की हत्या
आंतरिक कलह के चलते जहांगीर ने अपने बाप अकबर को जहर देकर मरवा दिया था. उसने केवल सत्ता की लालच में आकर अपने पिता को मारने की साजिश रची थी, ये सच शायद ही आपको पता होगा.
दीन-ए-इलाही धर्म की शुरुआत
अकबर को डिस्लेक्सिया नामक बीमारी थी और इसी वजह से वह जीवन भर अनपढ़ रहा. आगे चलकर धीरे-धीरे मौखिक ज्ञान के जरिए अकबर ने ‘दीन-ए-इलाही’ धर्म की शुरुआत की और उसके बाद मुस्लिम नहीं रहा.
मुगलकाल में मुगलों ने बरसों तक भारत पर राज किया और कभी सोने की चीड़िया कहे जाने वाले भारत में खूब लूट-खसोट मचाई थी. मुगल काल में अकबर को महान योद्धा के रूप में याद किया जाता है.