जेलों में मुजरिमों को सुविधाएँ – जेल का नाम सुनते ही आम आदमी के पसीने छूटने लगते हैं और आम आदमी अक्सर यही दुआ करता है कि उसे अपने जीवन में कभी पुलिस स्टेशन और जेल का मुंह ना देखना पड़े.
जेल का नाम सुनते ही आम लोगों के हाथ-पैरों का कांपना लाजमी है क्योंकि जेल वो जगह है जहां अपराध करनेवाले अपराधियों को कैद किया जाता है और उन्हें जेल में कई तरह की यातनाएं झेलनी पड़ती है.
लेकिन आज हम आपको भारत के 5 ऐसे जेलों के बारे में बताने जा रहे हैं जो काफी मशहूर है, क्योंकि इन जेलों में अपने अपराध की सजा काटनेवाले अपराधियों को बिल्कुल घर जैसे माहौल में रखा जाता है और इन जेलों में मुजरिमों को सुविधाएँ भी घर जैसी दी जाती है.
जेलों में मुजरिमों को सुविधाएँ –
1- दिल्ली का तिहाड़ जेल
देश की राजधानी दिल्ली के तिहाड़ जेल का नाम सुनते ही ऐसा लगता है जैसे यहां खूंखार और बड़े अपराधियों को ही कैद किया जाता है.
तिहाज जेल को साउथ एशिया के सबसे बड़े जेलों में से एक माना जाता है जहां कैदियों को बेकरी प्रोडक्ट, हैंडलूम और टेक्सटाईल की चीजें बनाना सिखाया जाता है ताकि वो जेल से आजाद होने के बाद अपने हाथ के हुनर से दो वक्त की रोटी कमा सकें.
दिल्ली के तिहाड़ जैल के कैदियों को बिल्कुल घर जैसे माहौल में रखा जाता है. इस जेल में लाइब्रेरी और पढ़ने-लिखने की सुविधा कैदियों को मुहैया कराई जाती है. जेल परिसर में मौजूद रेस्तरां में कैदियों को अच्छा खाना मिलता है.
2- पुणे का येरवड़ा जेल
महाराष्ट्र के पुणे में स्थित येरवड़ा जेल का निर्माण ब्रिटिश राज के दौरान हुआ था. ये जेल अपनी विशाल दीवारों की वजह से काफी मशहूर हैं.
इस जेल में सजा काटनेवाले कैदियों को बिल्कुल घर जैसे माहौल में रखा जाता है. यहां के कैदी खेती में अव्वल आते हैं और यहां कई तरह के बीजों की उपज भी की जाती है.
कैदियों के लिए इस जेल में पढ़ाई के लिए एक बढ़ियां माहौल दिया जाता है. यहां एक रेडियो स्टेशन भी है जिसके सांस्कृतिक कार्यक्रमों में लोग बढ़-चढ़ कर हिस्सा लेते हैं.
3- मुंबई का आर्थर रोड़ जेल
देश की आर्थिक राजधानी मुंबई में स्थित आर्थर रोड़ जेल में कैदियों की अच्छी सेहत के लिए समय समय पर योगा कैंप लगाए जाते हैं. यहां कैदियो को काम के लिए कई तरह के हुनर सिखाए जाते हैं ताकि भविष्य में वो अपना जीवन यापन हाथों के हुनर के दम पर कर सकें.
मुंबई के आर्थर रोड़ जेल के कैदियों को जेल में सजा के दौरान घर की याद नहीं सताती है क्योंकि यहां उन्हें बिल्कुल उनके घर जैसा माहौल दिया जाता है.
4- इलाहाबाद का नैनी जेल
इलाहाबाद के पास स्थित नैनी जेल का निर्माण भी ब्रिटिश राज के दौरान हुआ था. आपको बता दें कि उत्तर प्रदेश में सबसे ज्यादा ऑर्गेनिक खेती इसी जेल में होती है जो इस जेल को सबसे अलग बनाती है.
यहां के कैदियों को खेती के आधुनिक गुणों से समय-समय पर रूबरू कराया जाता है ताकि यहां के कैदी भविष्य में खेती को एक नई दिशा और नया आयाम दे सकें.
5- चेन्नई का पुझल जेल
पुझल जेल तमिलनाडु के चेन्नई में स्थित है हालांकि इस जेल का निर्माण साल 2006 में हुआ था. इस जेल में कैदियों को रखने के लिए सबसे बड़ा और अत्याधुनिक सुविधाओं से लैस कॉम्पलेक्स बनाया गया है.
यहां सजा काटनेवाले कैदियों के लिए मेडिटेशन हॉल, पब्लिक म्यूजिक सिस्टम, जिम और योगा क्लास की सुविधा मुहैया कराई गई है. इतना ही नहीं यहां रसोई और अस्पताल की भी अच्छी सुविधा है.
इन जेलों में मुजरिमों को सुविधाएँ और माहौल घर जैसा दिया जाता है – गौरतलब है कि देश के इन जेलों में सजा काटनेवाले कैदियों को इतनी सारी सुविधाएं मुहैया कराई जाती है जिससे उन्हें इस बात का अहसास नहीं होता है कि वो किसी कैदखाने में हैं बल्कि उन्हें ये लगता है कि वो अपने घर में ही रह रहे हैं.