आप माने या ना माने, पर ये सत प्रतिशत सत्य है कि फेस बुक आपको तबाह कर रहा है.
जी हां, हाल ही में इस बात का रिसर्च न्युयार्क के वैज्ञानिकों ने किया है. वैज्ञानिको के एक शोध के मुताबिक फेसबुक जैसी सोशल नेटवर्किंग साइटें लोगों के मन में तनाव पैदा कर रही हैं, जिसके वजह से लोगो में काम करने की इच्छा नहीं होती.
मन में हमेशा चीड बनी रहती है और लोग तबाही की ओर बढ़ते जा रहे है.
पिट्सबर्ग स्कूल ऑफ मेडिसिन द्वारा ‘युवाओं के सोशल नेटवर्किंग साइटों से चिपके रहने की आदत’ पर शोध किया गया है.
यह शोध में 1797 युवाओं को शामिल किया गया था, जिनकी उम्र 19 से 32 साल तक की थी. इन युवाओं से 11 सबसे पॉपुलर सोशल नेटवर्किंग साइटों के बारे में सवाल पूछे गए, जिसमें फेसबुक, यूट्यूब, ट्विटर. गूगल प्लस, इंस्टाग्राम, स्नैपचैट, रेडइट, टंब्लर, पिनरेस्ट, वाइन और लिंक्डइन से संबंधित सवाल थे.
शोध में बड़ी ही हैरान कर देने वाली बात सामने आई.
ये पता चला कि अमूमन हर युवा औसतन 61 मिनट सोशल नेटवर्किंग साइटों पर बिता रहा है. यही नहीं वो सप्ताह में लगभग 30 बार सोशल नेटवर्किंग साइटों पर लॉग इन कर रहा है.
और यही बात उनके मन में पल रहे तनाव को दर्शाता है.
शोध के मुताबिक जल्दी-जल्दी सोशल नेटवर्किंग साइटों पर विजिट करने वाले लोग आम लोगों के मुकाबले 2.7 गुणा ज्यादा तनावग्रस्त होते हैं. इस लिहाज से जो लोग 1.7 गुणा तक सोशल नेटवर्किंग साइटों पर सक्रिय रहते हैं, वो खतरे से बाहर है, पर इससे ज्यादा बार सोशल नेटवर्किंग साइटों पर जाना खतरनाक माना जा रहा है.
शोध में ये बात भी सामने आई है कि फेसबुक उपभोक्ता से कहीं अधिक तनावग्रस्त हैं.
हाल ही में मुंबई पुलिस ने भी हद से ज्यादा फेसबुक इस्तमाल करने वालो को चेताया था कि वे अपनी पर्सनल बाते फेसबुक पर शेयर न करे और ना ही अपडेट करे. क्योकि चोर भी अब हाईटेक हो चुके है. पुलिस के अनुसार फेसबुक पर अपना लोकेशन डालना, आपको खतरे में डाल सकता है. दरअसल आपका लोकेशन देख कर चोरो पता चल जाता है कि आप घर पर नहीं है और उन्हें चोरी करने में आसानी हो जाती है.
हम ये नहीं कहते कि आप फेसबुक इस्तमाल ना करें, बल्कि उतना ही उसे वक्त दे जितना की ज़रूरी है.