फेसबुक की प्राइवेसी पॉलिसी – हाल ही में फेसबुक यूज़र्स के डाटा लीक होने की बात सामने आई थी।
अगर आप जानना चाहते हैं कि फेसबुक सालभर में पोस्ट की गई आपकी तस्वीरों, कमेंट्स और जिन विज्ञापनों पर आपने क्लिक किया या जिन पर लाइक किया तो आप फेसबुक को एक ईमेल भेज सकते हैं। इसके बदले में फेसबुक आपको इस सब जानकारी की एक फाइल भेजता है।
अगर आप एंड्रॉएड यूज़र हैं तो फेसबुक के पास आपकी कॉल्स का भी डाटा हो सकता है। आमतौर पर फेसबुक पर कई तरह के विज्ञापन दिखाए जाते हैं जिनमें से हम अपनी पसंद की चीज़ों पर क्लिक करते हैं। फेसबुक के पास इसका रिकॉर्ड भी रहता है लेकिन फेसबुक का कहना है कि वो इन कंपनियों को अपने यूज़र्स का डाटा नहीं देता है।
वहीं कैंब्रिज एनैलिटिका स्कैंडल की मानें तो इस तरह की ऐप्स आपके बारे में खूब सारा डाटा अपने पास रखती हैं और कंपनियां इस डाटा के लिए फेसबुक को अच्छी खासी मोटी रकम अदा करती हैं।
फेसबुक पर डाटा लीक होने के मामले में 50 मिलियन से भी ज्यादा लोग प्रभावित हुए हैं।
फेसबुक की प्राइवेसी पॉलिसी –
इस मामले में फेसबुक का कहना है कि कैंब्रिज एनालिटिका द्वारा कही गई बात पूरी तरह से गलत है क्योंकि फेसबुक ऐप अपने यूज़र्स का डाटा रिसर्च के लिए ही इस्तेमाल करती है और इसका पॉलीटिकल प्रोफाइलिंग से कोई लेना-देना नहीं है।
फेसबुक चाहे कुछ भी कहे लेकिन ये बात तो सच है कि फेसबुक की तरफ से अपने यूज़र्स का डाटा लीक हुआ है और ये बात अब पूरी दुनिया के सामने आ चुकी है।
फेसबुक के फाउंडर मार्क जुकरबर्ग ने भी इस बात को स्वीकार किया है कि फेसबुक से यूज़र्स का डाटा इस्तेमाल किया गया है और उन्होंने इसके लिए माफी भी मांगी है। फेसबुक की प्राइवेसी पॉलिसी की धज्जियाँ उस गई –
अगर आप भी फेसबुक पर बहुत ज्यादा पोस्ट डालते हैं तो आपको अब सावधान हो जाने की जरूरत है। हालांकि, आपको बता दूं कि एक सर्वे में ये बात भी पता चली है कि दुनिया के आधे से ज्यादा लोग फेसबुक और व्हाट्सऐप पर अपने टूर की फोटोज़ डालने के लिए ही घूमने जाते हैं। दूसरों को चिढ़ाने या दिखावा करने के लिए वो घूमना ज्यादा पसंद करते हैं और ऐसा भारतीय लोग ज्यादा करते हैं। ये बात खुद जुकरबर्ग ने बताई है।
जुकरबर्ग की मानें तो फेसबुक पर रोज़ सौ करोड़ से भी ज्यादा यूज़र्स फोटोज़ डालते हैं जिनमें से अधिकतर तस्वीरें घूमने-फिरने की होती हैं। तस्वीरों को डालने में महिलाएं सबसे आगे हैं। शायद अगर उन्हें फेसबुक और व्हॉट्सऐप जैसी कोई जगह ना मिले तो इनमें से आधे लोग कहीं घूमने ही ना जाएं। ये सब जुकरबर्ग ने अपने टूर का फोटो अपलोड करते हुए कहा।
फेसबुक द्वारा करवाए गए एक सर्वे में यह बात सामने आई है कि अगर कोई इंसान कहीं घूमकर आता है तो उसके एक हफ्ते के अंदर ही उसके पड़ोसी और रिश्तेदार भी कहीं घूमने का प्लान बना ही लेते हैं।
ये है फेसबुक की प्राइवेसी पॉलिसी – अगर आप भी बहुत ज्यादा सोशल मीडिया पर अपनी तस्वीरें डालते हैं तो अब आपको सावधान हो जाने की जरूरत है वरना आपकी पर्सनल डिटेल्स का कोई गलत इस्तेमाल भी कर सकता है।
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