एक्स्ट्रा करिकुलर एक्टिविटीज – मां-बार हमेशा बच्चों से पढ़ाई में ध्यान देने को कहते हैं।
लेकिन उन्हें ये नहीं पता रहता कि पढ़ाई के साथ-साथ कई एक्स्ट्रा करिकुलर एक्टिविटीज भी उतनी ही जरूरी होतीं हैं। आज के दौर में बच्चों को पढ़ाई में तो आगे होना ही चाहिए इसके अलावा भी दूसरी एक्टिविटी में भी आगे होना चाहिए। दूसरे शब्दों में कहें तो बच्चों की पूरी ग्रोथ होनी जरूरी है। अब आप सोच रहे होंगे कि पढ़ाई के अलावा भी क्या कोई चीज हो सकती है जो बच्चे की ग्रोथ कर सके। जी हां, बिलकुल हो सकती है।
हम आपको बताएंगे कि कौन सी हैं वो एक्स्ट्रा करिकुलर एक्टिविटीज जो हर बच्चे के लिए बेहद जरूरी है।
एक्स्ट्रा करिकुलर एक्टिविटीज –
ग्रुप डिस्कशन:
किसी भी बच्चे के लिए ये बहुत जरूरी होता है कि वो ग्रुप में अपनी बात रखने से जरा भी ना हिचकिचाए। हिचकिचाहट को खत्म करने का सबसे बेहतर और आसान तरीका होता है ग्रुप डिस्कशन। ग्रुप डिस्कशन की मदद से बच्चे ग्रुप में बोलना सीख जाते हैं और इसके बाद को कई लोगों की भीड़ में भी अपनी बात रखना सीथ जाते हैं। अकसर देखा जाता है कि ग्रुप में कुछ भी बोलने में बच्चों के पसीने छूटने लगते हैं और वो बोल नहीं पाते। इसिलिए ग्रुप डिस्कशन बच्चों के लिए बहुत जरूरी है।
खेल-कूद:
किसी भी बच्चे के शारीरिक और मानसिक विकास के लिए खेल-कबद बहुत जरूरी है। इससे बच्चों में हर हालात में जीना आता है और अजनबियों से मिलना-जुलना आता है। क्योंकि मैच के दौरान ये जरूरी नहीं होता कि बच्चे अपने प्रतिद्वंदी को जानते हों और इससे उनमें दूसरों को शमझने की शक्ति भी जगती है। खेल-कूद आपको अच्छा एडमिशन और नौकरी भी दिला सकता है। आज कल लगभग हर कॉलेज में स्पोर्ट्स कोटा होता है और अगर आपके बच्चे ने स्पोर्टस में अच्छा मुकाम हासिल किया है तो वो आसानी से अच्छा कॉलेज या फिर नौकरी पा सकता है।
डांस और सिंगिंग:
डांस और सिंगिंग भी आजकल हर बच्चे को आना चाहिए। अगर बचपन से ही बच्चों को डांस करना और गाना गाना सिखया जाए तो वो आगे चलकर इसमें अपना करियर बना सकते हैं। टीवी में बच्चों के लिए कई सारे रियलिटी शो होते रहते हैं और अगर आपने अपने बच्चे को डांस और गाना सिका दिया तो हो सकता है कि वो बचपन से ही बड़े मुकाम को हासिल कर ले।
आर्ट:
कला या आर्ट अपनी भावनाओं को व्यक्त करने का सबसे अच्छा तरीका है। अगर आप बचपन से ही अपने बच्चे को पेंटिंग ब्रश पकड़े देंगे तो वो जल्द ही इस क्षेत्र में महारत हासिल कर सकता है। आर्ट हर किसी को अपनी तरफ खींचता है। इसमें हमें अपनी भावनाओं को व्यक्त करना होता है और किसी भी परछाई बनानी होती है। अगर बच्चे इस तरफ ध्यान देते हैं तो वो निश्चित रूप से इस फील्ड में काफी आगे निकल सकते हैं। एम एफ हूसैन, राजा रवि समेत कई जाने पाने पेंटर हुए हैं जिन्होंने दुनियाबर में अपना नाम कमाया है।
ये है एक्स्ट्रा करिकुलर एक्टिविटीज – अब उस कहावत का दौर नहीं है जिसमें कहा जाता था, ”पढ़ोगे-लिखोगे तो बनोगे नवाब, खेलोगे-कूदोगो तो होगे खराब।” अब पढ़ाई के अलावा भी कई ऐसे क्षेत्र हैं जहां बच्चे अपना करियर बना सकते हैं। उदाहरण के तौर पर दुनिया के सबसे महान बल्लेबाज सचिन तेंदुलकर को अगर उनके मां-हाप ने जहरदस्ती सिर्फ पढ़ाई कराई होती तो क्या आज वो उस मुकाम को हासिल कर पाते जहां वो आज हैं। शायद नहीं। इसिलिए अगर बच्चा पढ़ाई में कमजोर है तो इसका मतलब ये नहीं है कि वो सफल इंसान नहीं बन सकता।