हमारे यहाँ की एक बात है. जब तक भारतीय घरों में टॉवल यानी तौलिया फट कर अलग न होने लगे तब तक हम उसे फेंकते नहीं है. हमें ये लगता है कि तौलिया भी भला कोई फेंकने वाली चीज़ है. जब तक चलता है चलाओ. इतना ही नहीं. एक घर में एक ही तौलिया से कम से कम पूरा परिवार पोछता है. मेहमान के आने पर भी उन्हें वही तौलिया दी जाती है. क्या कभी आपने सोचा है कि ये तौलिया एक्सपायर भी होती है ?
टॉवल एक ऐसी चीज़ है जिसका इस्तेमाल सबसे ज्यादा होता है. घर का हर सदस्य इसे नहाने के बाद यूज़ करता है. फिर इसे किसी दरवाज़े पर टांग दिया जाता है और सभी लोग इसमें दिनभर अपना हाथ पोछते रहते हैं. . हाथ चाहे जैसा हो उसी में पोछते हैं. घर के हर सदस्य की तौलिया एक ही होती है. हम सोचते हैं की उससे प्यार बढ़ता है, लेकिन ये भूल जाते हैं कि इससे प्यार नहीं बल्कि जर्म्स बढ़ते हैं.
जी हाँ, तौलिया अक्सर भीगी होती है और इसमें जर्म्स होते हैं. भीगी होने के कारण छोटे छोटे कीटाणु इसमें फलते फूलते हैं. जब भी आप इसे यूज़ करते हैं ये आप तक पहुँचता है. इससे घर के सदस्य ज्यादा बीमार पड़ते हैं. एक ही तौलिया के यूज़ से घर के एक सदस्य की बीमारी दूसरे तक पहुंचती हैं.
उदाहरण के लिए अगर किसी को स्किन एलर्जी है तो बहुत देर नहीं लगेगी दुसरे को होने में. इसका एक सीधा सा कारण है ये तौलिया. एक ही तौलिया का प्रयोग करने से आप आसानी से एक दूसरे की बीमारियों को बाँटते हैं. इससे प्यार तो कम और बीमारियाँ ज्यादा फैलाती हैं. आम घरों में लोग सोचते हैं कि हर सदस्य के लिए अलग अलग तौलिया लेने के कोई ज़रुरत नहीं. या तो सिर्फ फालतू खर्च है, लेकिन ऐसा सोचना गलत है.
अब हम आपको बताते हैं कि तौलिया की असली डेट क्या होती है. आखिर कब तक आपको एक ही तौलिया का यूज़ करना चाहिए. अगर सभी सदस्य एक ही तौलिया यूज़ कर रहे हिं तो उसे हर ६ महीने पर बदल दें. क्योंकि वो तब तक ख़राब हो जताई है. अगर आपके घर में हर सदस्य की अलग अलग तौलिया है तो उसे ३ साल से ज्यादा यूज़ न करें. ३ साल में टॉवल रिटायर हो जाता है. उसकी मियाद पूरी हो जाती है.
इससे ज्यादा दिन तक यूज़ करने पर आपके घर में बीमारियों के सिवाय और कुछ नहीं आएगा. इसलिए अगर आप चाहते हैं कि आपकी फैमिली स्वस्थ रहे तो बहुत ज़रूरी है कि आप ३ साल के भीतर टॉवल को फेंक दें. या घर की डस्टिंग में उसका यूज़ करें.