झूठ बोलने में माहिर लड़के – वैसे तो हर कोई अपनी लाइफ में कभी न कभी झूठ जरूर बोलता है लेकिन कई रिसर्च में ये बात सामने आई है कि लड़कियों से ज्यादा लड़कों में झूठ बोलने की आदत होती है।
रिलेशनशिप में भी लड़के कई तरह के झूठ बोलेते हैं। कुछ तो अपने एक से ज्यादा रिलेशनशिप को छिपाने के लिए न जाने कितने झूठ बोलते हैं।
तो कई अपने रिलेशनशिप की शुरुआत ही झूठ से करते हैं। लड़के ज्यादातर झूठ अपनी कमियां या गलतियां छुपाने के लिए बोलते हैं या अगर किसी लड़की को इम्प्रेस करना हो तो उस समय वो झूठ का इस्तेमाल करते हैं।
लड़के झूठ बोलने में माहिर होते जा रहे है. लड़कों का झूठ पकड़ पाना कोई आसान बात नहीं है लेकिन अब शायद ये काम आसान हो जाए। अमेरिका में हुए एक अध्ययन के मुताबिक सिंगल लड़के ज्यादा गुस्से में दिखाई देते हैं और उनके झूठ बोलने की संभावना भी ज्यादा होती है। वहीं महिलाओं के बारे में रिसर्च का कहना है कि ज्यादा उम्र की महिलाएं कम झूठ बोलती हैं।
वो हर किसी से लॉयल रहती हैं और साथ ही झूठ बोलने वाले व्यक्तियों से नफरत करती हैं। ऐसा नहीं है कि ये गुण केवल ज्यादा उम्र वाली महिलाओं में ही पाया जाता हो बल्कि झूठ से नफरत हर उम्र की लड़की को होती है।
अमेरिका में यह स्टडी 3 हज़ार 349 लड़कों पर की गई। साथ ही ऑस्ट्रेलिया के कर्टिन यूनिवर्सिटी ने भी ये पता लगाने की कोशिश की क्या आर्थिक और सामाजिक स्थिति का भी व्यक्ति के झूठ बोलने की आदत पर असर पड़ता है। रिसर्चर्स ने पाया कि झूठ बोलने में जवान, कुंवारे और कम शिक्षित लोग ज्यादा आगे हैं, और ऐसा शायद इसलिए है क्योंकि बहुत से झूठ बोलने में माहिर लड़के अपनी कमियां और गलतियां दूसरों को नहीं बताना चाहते जिससे उनके स्व्भाव को ठेस पहुंचेऔर लड़के ज्यादातर झूठ पकड़े जाने के डर से भी बोलते हैं।
महिलाओं का रिजल्ट है उल्टा
जैसे कि हमने पहले भी बताया कि झूठ तो हर कोई बोलता है, कोई कम तो कोई ज्यादा। इसलिए लड़कों की तरह लड़कियां भी झूठ बोलती हैं। जवान, खूबसूरत और शादीशुदा महिलाएं ज्यादा झूठ बोलती हैं। जो लड़कियां कम शिक्षित होती हैं उनकी झूठ बोलने की आदत ज्यादा होती है। रिसर्च के अनुसार 70 साल की उम्र से ज्यादा की महिलाएं अमूमन सच बोलती हैं। स्टडी के अनुसार इन महिलाओं पर आसानी से भरोसा किया जा सकता है।
इस रिसर्च की मानें तो 70 साल से कम उम्र की सारी महिलाएं झूठी होती हैं और लड़कों का तो कहना ही क्या। लड़कों के झूठ बोलने की कोई उम्र नहीं है। इसके अलावा रिसर्च ये भी कहती है कि झूठ बोलना हर इंसान की स्वाभाविक प्रतिक्रिया हैलेकिन यही काम लडको में ज्यादा होता है, लड़के लगभग हर किसी से आसानी से झूठ बोल लेते हैं। फिर चाहे वो उनकी गर्लफ्रेंड हो या उनके माता पिता।
झूठ बोलने में माहिर लड़के हैं ताकि सामने वाला डर कर उन पर यकिन कर ले तो कई भोले बन कर ऐसे बर्ताव करते हैं जैसे कि उन्होंने कुछ किया ही ना हो और उनसे ज्यादा सत्यवादी और कोई है ही नहीं।