अचानक से ही आंध्रप्रदेश के एक मंदिर में गणेश जी की मूर्ति का आकार बढ़ना शुरू हो चुका है.
लोग समझ नहीं पा रहे हैं कि आखिर यह हो कैसे रहा है? किन्तु इसे भगवान का चमत्कार के रूप में सभी स्वीकार कर रहे हैं.
सबसे पहले एक अंग्रेजी अखबार ने इस बात का खुलासा किया तो तबसे यह खबर मीडिया में भी वायरल हो रही है.
आंध्रप्रदेश के चित्तूर में स्थित कनिपक्क्म गणपति मंदिर में यह चमत्कार हो रहा है. वैसे बताया जाता है कि मंदिर पहले से ही चमत्कारी रहा है. यह मंदिर नदी के बीच में बना हुआ है और इससे नदी का पानी भी अमृत समान बन चुका है.
अभी हाल ही में गणेश जी का यह मंदिर इसलिए चर्चा का विषय बना हुआ है क्योकि मंदिर में गणेश जी की मूर्ति का आकार खुद से रोज कुछ इंच बढ़ रहा है.
मंदिर के पुजारी बताते हैं कि अचानक से ही उन्होंने इस बात को महसूस किया तो उनको यह एक भ्रम लगा. कुछ दिन बाद फिर ऐसा लगा तो उन्होंने यह बात अपने साथियों को बताई. सभी ने इस बात को जांचना शुरू हिय तो कुछ ही दिन बाद यह बात सही सिद्ध हुई कि यहाँ गणेश जी की प्रतिमा की लम्बाई चमत्कारी रूप से बढ़ रही है.
वैसे आसपास के लोग बताते हैं कि यह मंदिर पहले से ही शक्तिशाली रहा है. लोग अपने हर मुराद पूरी कराने गणेश जी के पास आते हैं और वह सबकी सुनते हैं.
जब तीन भाइयों के साथ किया था गणेश जी ने चमत्कार
मंदिर की स्थापना के पीछे एक बड़ी अद्भुत कहानी लोग बताते हैं. वह बोलते हैं कि पुराने समय में यहाँ कुछ नहीं था. तीन भाइयों ने जो क्रमशः एक अँधा, एक गूंगा और एक बहरा था सभी ने मिलकर यह जमीन खरीदी थी.
तीनों को खेती के लिए यहाँ कुआं खुदवाना था तो इसीलिए यहाँ खुदाई का काम शुरू हुआ था. जब खुदाई हुई तो पहले यहाँ थोड़ा पानी नजर आया और बाद में एक पत्थर से खून जैसा कुछ निकलने लगा. यह देखकर सभी काफी दर गये किन्तु जब पत्थर को निकाला गया तो वह गणेश जी की प्रतिमा निकली. कुछ दिनों बाद जब तीनों भाइयों ने यहाँ मंदिर बनाने की सोची तो चमत्कारिक रूप से तीनों की ही बीमारियाँ सही हो गयी. इस बात की खबर सभी को लगी तो यहाँ पर मंदिर बना दिया गया.
तब पानी के बीच में ही मूर्ति रख दी गयी और एक राजा ने बाद में पूर्ण रूप से मंदिर का निर्माण करा दिया था.
बुधवार व्रत करने से खत्म होते हैं दुःख
मंदिर के बारे में कुछ लोग यह भी बताते हैं कि अगर कोई व्यक्ति बुधवार व्रत करते हुए मंदिर में नियमित रूप से आता रहता है तो उसके सभी दुःख दर्द दूर हो जाते हैं.
तो अगर आप आंध्रप्रदेश जा रहे हैं तो चित्तूर के कनिपक्क्म मंदिर में जरुर जायें.