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अगले दो साल में इतनी ज्यादा बढ़ जाएगी भारत की विकास दर

भारत की विकास दर

भारत की विकास दर – 2016 में हुई नोटबंदी से भारत की अर्थव्यवस्था को भारी नुकसान उठाना पड़ा था ।

जिसके कुछ महीने बाद जुलाई 2017 में जीएसटी लागू होने से भारतीय अर्थवय्था की हालत ओर खराब हो गई ।

जिसके चलते पूर्व प्रधानमंत्री मन मोहन सिंह  से लेकर विपक्ष के सभी नेताओं ने नोटबंदी और जीएसटी को गलत बताया था और कहा था कि ये फैसला भारतीय अर्थवस्था की कमर तोड़ सकता है । लेकिन मोदी सरकार के लिए ये फैसले अब सही साबित होने लगे । वित्त मंत्री अरुण जेटली ने खुद उस वक्त कहा था कि जीएसटी और नोटबंदी से देश को शुरुआत में कुछ परेशानियां उठानी पड़ सकती है । लेकिन भविष्य में इसके परिणाम देश के लिए काफी अच्छे साबित होगें । जिस बात को अब वर्ल्ड बैंक भी मान रहा है ।

वर्ल्ड बैंक रिसर्च रिपोर्ट के अनुसार भारत की विकास दर इस साल यानी 2018 में 7.3 फीसदी होने का अनुमान है ।

भारत की विकास दर

वही वर्ल्ड बैंक ने अपनी रिपोर्ट में दावा किया है कि आने वाले दो सालों में भारत की विकास दर 7.5 फीसदी हो जाएगी । वर्ल्ड बैंक ने 2018 के ग्लोबल इकोनॉमिक प्रॉस्पेक्टस रिलीज किया है । सेंट्रल स्टैटिस्टिक्स दारा जारी आकड़ो में कहा गया है कि  कि नोटबंदी और जीएसटी से लगे झटके बावजूद 2017 में भारत की विकास दर 6.7 फीसदी रही । जाने वाले दो सालों 7.5 फीसदी तक बठ जाएगी ।

आपको बता दें भारत की विकास दर पिछले कुछ वक्त में काफी घटी है । जिसके चलते भारत की विकास दर 5 फीसदी रह गई थी । लेकिन वर्ल्ड बैंक की रिसर्च के अनुसार अब भारत की विकास दर में तेजी आने लगी है ।जिसके परिणाम भारत को आने वाले वक्त में दिखने लगेंगे ।

भारत की विकास दर

हालांकि भारत अभी भी मंहगाई , मुद्रा की कमजोर साख से जूँझ रहा है । लेकिन हाल ही में आए आकड़ो के मुताबकि इस साल फरवरी के महीने में भारत के निर्यात में भारी वृद्धि हुई है । जिसका सीधे तौर पर अर्थ है कि भारत के राजकोष में विदेशी मुद्रा की संख्या बढ़ रही है । भारत के विशेषज्ञों का माना है कि भारत की अर्थयवस्था 1991 में आए अकाल के बाद से बेहतर ही  रही है । हालांकि पिछले दो सालों में भारत को बुरे वक्त का सामाना करना पड़ा लेकिन भारत ने इस वक्त को अच्छे से निकाल लिया और दोबारा पटरी पर लौट आया ।

लेकिन कुछ विशेषज्ञों का कहना है कि भारत को अभी भी कई चुनौतियों का सामना करना पड़ सकता है जिसका सबसे बड़ा कारण फैसलों में देरी और नौकरशाहियों दारा पैदा की जा रही मुश्किलों को माना जा रहा है ।

भारत की विकास दर

भारत इस वक्त दुनिया के सबसे विकासशील देशों में से एक है । हालांकि भारत को अभी भी एक विकसित देश बने के लिए अपनी कई कमियों पर ध्यान देने की जरुरत है । और इस वक्त भारत की सबसे बड़ी समस्या रोजगार है, जिसे पूरा करने में मोदी सरकार अभी असफल साबित हुई है । साथ ही नोटबंदी और जीएसटी के लागू होने के बाद कई रोजगार लोग भी बेरोजगा हो गए ।

वही भारत की दूसरी सबसे बड़ी समस्या आधारभूत ढांचे है।

लेकिन भारत के लिए उसका एक्स फैक्टर भारतीयों की बौद्धिकता, तकनीकी क्षमता है ।

ऐसा इसलिए क्योंकि भले ही भारत में अभी काफी चीजें विकसित होने की जरुरत हो लेकिन भारत ऩे शिक्षा के क्षेत्र में भारी मात्रा में पैसा खर्च किया है । जिसके अच्छे परिणाम भारत को मिलने लगे है । और यही कारण है कि भारत की विकास दर में इतनी तेजी से बदलाव आ रहा है।