दो दिलों की जुबान अलग-अलग है, लेकिन आंखे बखूबी एक भाषा समझती हैं.
ये भाषा समझने के लिए किसी ख़ास हुनर की जरुरत नहीं है. सिर्फ होना चाहिए दो दिलों के बीच प्यार.
आईए आज हम जानेंगे देसी और विदेशी कॉम्बीनेशन वाली ईस्ट और वेस्ट लव स्टोरीज के बारे में, जिनके बीच प्यार तो हुआ लेकिन परवान नहीं चढ़ पाया.
राजकपूर और केस्निया (मेरा नाम जोकर )–
इस फ़िल्म में जोकर बनें राजकपूर को हो जाता है प्यार सर्कस में आई रशियन एक्रोबेट मरिना से, जो रशिया से आई हुई रहती हैं. इस फ़िल्म में राजकपूर अपनी मां से भी मरिना को मिलवाते हैं. ये दोनों एक दूसरे की भाषा भी नहीं समझते है,लेकिन इन दोनों के बीच फ़िल्माएं गए सीन्स काफी इमोशनल बन पड़े हैं.
ये एक दूसरे को पसंद तो करने लगते हैं, लेकिन सर्कस खत्म होते ही मरिना वापस रशिया चली जाती हैं. क्रॉस-कंट्री की ये लव स्टोरी अधूरी ही रह जाती हैं.