श्राद्ध पक्ष के दौरान – पूरे साल में 15 दिन ऐसे होते हैं जिसे श्राद्ध पक्ष या पितृ पक्ष के तौर पर जाना जाता है.
साल के यही 15 दिन पूरी तरह से पितरों के लिए समर्पित होते हैं. मान्यता है कि इस दौरान सभी पितरों और मृत पूर्वजों की आत्माएं अपने परिवार वालों से भेंट करने के लिए उनके बीच पहुंचती हैं.
इस दौरान लोग अपने पूर्वजों और पितरों के प्रति श्रद्धा भाव को प्रकट करते हुए उनके निमित्त श्राद्ध, तर्पण और पिंडदान जैसी क्रिआएं करते हैं ताकि उनके पितरों को शांति और संतुष्टि मिल सके.
श्राद्ध पक्ष के दौरान जब पितरों को अपने परिवार वालों से कुछ कहना होता है तो वो सपनों और कुछ घटनों के माध्यम से संकेत भी देते हैं. तो
चलिए हम आपको बताते हैं श्राद्ध पक्ष के दौरान उन संकेतों के बारे में, जिससे आप ये आसानी से समझ सकते हैं कि आपके पितृ आपके आस-पास ही मौजूद हैं और वो आपसे कुछ कहना चाहते हैं.
श्राद्ध पक्ष के दौरान –
1- सपने में पूर्वजों को देखना
पितृपक्ष के दौरानअ अगर आपको कोई ऐसा सपना आता है जिसमें आपके पूर्वज दिखाई देते हैं तो ये संकेत है कि वो आपके आस-पास ही मौजूद हैं.
2- सपने में सांप का नजर आना
अगर सपने में आपको सांप नजर आता है तो समझ जाइए कि आपके पितृ आपसे बात करना चाहते हैं. सपने में सांप के आने का संकेत यही है कि आपके पितृ आपसे कुछ कहने की कोशिश कर रहे हैं.
3- किसी की मौजूदगी का अहसास
अगर आप घर में बिल्कुल अकेले हैं बावजूद इसके आपको अपने आसपास किसी की मौजूदगी का अहसास हो तो समझ जाइए कि आपके आस पास पितरों की आत्मा वास कर रही है. ऐसा तभी होता है जब वो आपको अपनी मौजूदगी का अहसास दिलाना चाहते हों.
4- रात में बेवजह बर्तनों का गिरना
अगर रात में अपने आप कोई बर्तन गिर जाए, तो यह समझ जाइए कि आपके पितृ आपके आस-पास ही मौजूद हैं और वो आपसे कुछ कहने की कोशिश कर रहे हैं.
5- घर में किसी का बीमार होना
अगर पितृपक्ष के दौरान आपके घर में अचानक से कोई बीमार पड़ जाए तो ये संकेत है कि आपके पितृ आपसे नाराज हैं. ऐसे में आपको पितरों को मनाने के लिए पूजा करने के अलावा गरीबों और ब्राह्मणों को भोजन कराना चाहिए.
गौरतलब है कि श्राद्ध पक्ष के दौरान श्राद्ध, तर्पण और पिंडदान के अलावा ब्राह्मणों को भोजन कराने से पितृ प्रसन्न होते हैं. लेकिन अगर आपको पितृ पक्ष के दौरान इस तरह के संकेत दिखाई देते हैं तो आपको ये समझ जाना चाहिए कि आपके पितृ आपके आसपास मौजूद हैं इसलिए उन्हें खुश करने के लिए आपको उचित श्राद्ध कर्म जरूर करना चाहिए.