दुर्गा माँ की प्रतिमाएं – एक ओर उत्तर भारत में नवरात्र मनाए जा रहे हैं वही नवरात्र के मध्य में दुर्गा पूजा का आगमन की तैयारी हो गयी है।
देशभर में दुर्गा पूजा के पंडाल सज गये हैं जिनमें मां दुर्गा की प्रतिमा की पूजा आगामी दिनों में की जाएगी ।
दुर्गा पूजा बंगाल का प्रसिद्ध त्योहार है हालांकि बंगाल के अलावा उत्तर भारत से दक्षिण व पूर्व एवं पश्चिम राज्यों में दुर्गा की पूजा अद्भुत ढंग से की जाती है। दुर्गोत्सव सिर्फ भारत में नहीं बल्कि प्रवासी आसामी व बंगाली संगठनों द्वारा पूजा को अमेरिका, कनाडा, जर्मनी व फ्रांस में हर्षोल्लास के साथ मनाया जाता है।
दुर्गा की कथा के अनुसार यह पर्व राक्षस महिषासुर को ध्वस्त के उपरांत, विजय के रूप में मनाया जाता है। जिसे बुराई पर अच्छाई का प्रतीक भी कह सकते है। इसलिए भी यह पर्व नवरात्र के अंतिम दिन में समाप्त होता है। विशेषतौर पर यह पर्व बंगाल में मनाजा जाता है वहां दुर्गा के लगभग 100 से अधिक पंडाल लगते हैं। लेकिन यह नेपाल और भूटान में भी स्थानीय परम्पराओं और विविधताओं के अनुसार मनाया जाता है। पूजा का अर्थ अराधना है और दुर्गा पूजा बंगाली पंचांग के छटे माह अश्विन में बढ़ते चंद्रमा की छटी तिथी से मनाया जाता है।
हिन्दु पौरणिक मान्यताओं के अनुसार रामायण में राम, रावण से युद्ध के दौरान देवी दुर्गा को आह्वान करते हैं। युद्ध की आकस्मिकता के कारण, राम ने देवी दुर्गा का शीतकालीन मे अकाल बोधन आह्वान किया।
विभिन्न देशों में दुर्गा के भिन्न नाम
पूजा का महत्व बंगाल है जिसे वहां शरोदोत्सब, महा पुजो, मायेर पुजो, शरदियो पुजो व अकालबोधन के नाम से कहा जाता है। पूर्वी बंगाल में दुर्गा पूजा को भगवती पूजा के रुप में मनाया भी जाता है। इसे पश्चिम बंगाल, बिहार, असम, दिल्ली और मध्य प्रदेश में दुर्गा पूजा भी कहा जाता है।
बंगाल में विशेष केन्द्र होने के बावजूद पूजा को गुजरात, उत्तर प्रदेश, पंजाब, केरल और महाराष्ट्र में दुर्गा पूजा के रुप में मनाया जाता है। अन्य राज्यों जैसे हिमाचल प्रदेश में कुल्लू दशहरा, कर्नाटक में मैसूर दशहरा, तमिलनाडु में बोमाई गोलू और आंध्र प्रदेश में बोमाला कोलुवू के रूप में भी मनाया जाता है।
इस तरह देश भर में दुर्गा पूजा को विभिन्न नामों के साथ बहुत ही हर्षोल्लास के साथ मनाया जाता है। पूजा के साथ ही, इसमें पंडालों की प्रतियोगिता भी आयोजित की जाती है।
दुर्गा माँ की प्रतिमाएं –
तस्वीरों में देखिए देशभर की दुर्गा