अमेरिका में राष्ट्रपति पद के चुनावों का नतीजा सामने आ गया है.
पिछले कई महीनों से डोनाल्ड ट्रम्प और हिलेरी क्लिंटन बीच विवादों भरी बहस हो रही थीं लेकिन अंतिम समय में फैसला डोनाल्ड के पक्ष में गया है. बीच में एक समय ऐसा भी आया था थी क्लिंटन और ट्रम्प के बीच कुछ 10 वोटों का ही अंतर रह गया था किन्तु अंतिम समय में डोनाल्ड ने लम्बी छलांग लगा दी और वह विश्व के सबसे ताकतवर देश के राष्ट्रपति बन गये हैं.
रिपब्लिकन पार्टी के उम्मीदवार डोनाल्ड ट्रम्प ने इस चुनावों में वाकई शानदार प्रदर्शन किया है.
डेमोक्रेटिक पार्टी पिछले कुछ समय से अमेरिका में अच्छी नीतियाँ नहीं बना पा रही थीं इसी का नतीजा यह निकला है कि डोनाल्ड ट्रम्प ने अमेरिका में बहुमत की सरकार बना ली है.
डोनाल्ड ट्रम्प ने लिखा इतिहास –
सबसे अच्छी बात यह है कि इस बार अमेरिका के चुनावों में डोनाल्ड ट्रम्प ने इतिहास लिखा है. डोनाल्ड अमेरिका के पहले ऐसे राष्ट्रपति हैं जो राजनीति के क्षेत्र से नहीं हैं बल्कि वह अमेरिका के एक व्यवसायी हैं. ऐसा अमेरिका में पहली बार हुआ है कि किसी व्यवसायी ने अमेरिका के सभी राजनैतिक लोगों को हराकर, राष्ट्रपति चुनाव में जीत दर्ज की है. शुरुआत से ही वैसे लोग ट्रम्प को उनकी बोलने की शैली की वजह से काफी पसंद कर रहे थे. हर मुद्दे पर ट्रम्प बेबाक अपनी राय रख रहे थे.
काफी हद तक ट्रम्प के इस चुनाव में भारत के प्रधानमन्त्री मोदी की कापी भी की है.
मोदी भी अंतिम लोकसभा चुनाव में काफी आक्रामक रुख के साथ सामने आये थे. यही इस बार डोनाल्ड ट्रम्प के किया है और वह हर मुद्दे पर क्लिंटन की तुलना में अधिक आक्रामक थे. यही मुख्य वजह रही है कि ट्रम्प आज अमेरिका के राष्ट्रपति पद के चुनाव जीत गये हैं.
हिन्दुओं की तरह गोरों पर दिया ध्यान –
ट्रम्प ने इन चुनावों में अमेरिका के गोरों पर ध्यान दिया.
अभी अमेरिका में गोरों की जनसँख्या कुछ 52 फीसदी है और ट्रम्प ने इन्हीं लोगों पर ध्यान दिया.
इनको बताया गया कि जल्द ही वह अल्पसंख्यक होने वाले हैं और यदि वह आते हैं तो आगामी दिनों में गोरों के लिए योजनायें बनायेंगे. कुछ ऐसा ही माहौल भारत में लोकसभा चुनावों के दौरान तैयार हो गया था जब हिन्दू लोग खुद को एक खास नाम के साथ जोड़ने लगे थे. ट्रम्प ने गोरों को बताया कि उनकी नौकरियां खत्म होती जा रही हैं और जल्द ही इन लोगों को कोई काम नहीं दिया करेगा. वहीँ ट्रम्प ने मोदी का नाम लेकर भी अमेरिका में अपनी हवा को और तेज किया था. इसका असर भी देखने को मिला था. साथ ही साथ अमेरिका की अर्थव्यवस्था जो पिछले काफी समय से नीचे है उसको लेकर भी लोगों ने एक बिजनेसमैन का साथ दिया है.
रिपब्लिकन पार्टी को अगर लोगों ने इस बार चुना है तो वह इसलिए चुना है क्योकि लोग इस बार बदलाव चाहते हैं.
अमेरिका अब विश्व की बड़ी शक्ति के पद से भी गिरने लगा है और इसको लेकर भी ट्रम्प ने आवाज उठाई और वह आज अमेरिका के राष्ट्रपति बन गये हैं.
ऐसी भी खबरें आई हैं कि लोगों ने सामने तो ट्रम्प का विरोध किया है लेकिन वोट देते समय उन्होंने ट्रम्प के आक्रामक रुख को ही वोट दिया है.
जिस तरह से मुस्लिमों का विरोध ट्रम्प के किया है वह भी इनके लिए कहीं ना कहीं लाभदायक साबित हुआ है.
तो अब देखना होगा कि राष्ट्रपति बनने के बाद डोनाल्ड ट्रम्प किस तरह की योजनाओं को लागू करते हैं.