एक समय था जब सभी अपने जूते-चप्पल सुधरवाने के लिए मोची के पास जाया करते थे।
लेकिन समय के साथ-साथ मोची की अहमियत कम होती जा रही है। अब तो मोची को सिर्फ और सिर्फ जूते पॉलिश करने के लिए याद किया जाता है। मगर आप इसे छोटा काम समझने की भूल मत कीजिएगा। क्योंकि आज हम आपको एक ऐसे मोची के बारे में बता रहे हैं जो जूते पॉलिश करके लाखों रूपए कमाता है।
जी हां! आपको यह सुनकर भले ही हैरानी हो रही होगी, लेकिन यह सच है। यह मोची जूते पॉलिश करते-करते आज जूता पॉलिश किंग बन गया है। इस छोटे से काम के जरिए उसने लाखों रूपए कमा लिए है और आज के समय में उसके पास पैसों की कोई कमी नहीं है।
यह मोची अमेरिका के मैनहट्टन शहर का रहने वाला है। इस शख्स का नाम डॉन वार्ड है। पहले जॉन एक फोटो लैब में काम करते थे लेकिन इसके जरिए उनकी ज्यादा कमाई नहीं हो पाती थी। जिस वजह से उन्हें अपना गुजारा करना भी मुश्किल हो गया था। इसलिए उन्होंने अपना पेशा बदलने का विचार किया और लोगों के जूते पॉलिश करना शुरू कर दिया।
इस शख्स की एक महीने की कमाई जानकर तो शायद आपके भी पैरों तले जमीन खिसक जाएगी। वार्ड की माने तो बूट पॉलिश के जरिए वो एक दिन में $900 (करीबन 60,000 रूपए) यानी महीने के 18 लाख रूपए कमा लेते हैं। दरअसल वार्ड की इस बेहिसाब कमाई का राज उनका पॉलिश करने का जुदा अंदाज है।
दरअसल वार्ड एक खास तरीके से लोगों के जूते पॉलिश करते हैं। जब भी कोई डॉन वार्ड की दुकान के सामने से गुजरता है तो डॉन उन सभी लोगों को उनके गंदे जूतों के लिए बुरा महसूस करवाते हैं। इसलिए सभी लोग मजबूरन डॉन से जूते पॉलिश करवाते हैं। एक दिन तो एक आदमी में डॉन से पूछ ही लिया कि क्या वो लोगों को बुरा बोलकर पैसे कमाकर खुश रह पाते हैं? इस सवाल का डॉन ने बहुत ही दिलचस्प जवाब दिया।
उन्होंने अपने जवाब में कहा कि- ‘मछली पकड़ने के लिए जाल तो फेंकना ही पड़ता है। मैं भी वही करता हूं। मैं आते-जाते लोगों को चुटकुले सुनाता हूं, उनके साथ हंसता हूं, उन्हें साफ जूते पहनने के लिए प्रेरित करता हूं और वो मेरे पास खींचे चले आते हैं।’
वार्ड की प्रसिद्धि इस कदर है कि लोग बड़ी ही दूर-दूर से उसके पास जूते पॉलिश करवाने आते हैं।
वार्ड का एक वीडियो वायरल होने के बाद उनके ग्राहकों की संख्या और भी बढ़ गई। वार्ड दुनियाभर के कई लोगों के लिए आदर्श स्वरुप है और यह संदेश दे रहे हैं कि काम चाहे छोटा हो या बड़ा लेकिन मेहनत और लगन एक दिन सफलता जरूर दिलाती है।