कुत्ते का मर्डर – कुत्ता एक ऐसा जानवर है जिसे इंसानों का वफादार और चहेता कहा जाता है.
कुत्ता चाहे किसी भी प्रजाति का हो लेकिन वो अपने मालिक के प्रति वफादारी पूरी तरह से निभाता है.
वो अपने मालिक के लिये जान देता भी है और लेता भी है. उनके मालिक भी अपने कुत्ते को उतना ही चाहते हैं.जैसा कि हम सभी जानते हैं कि कुत्ते के सूंघने की प्रवृत्ति भी काफी तेज होती है. कुत्तों में खोजी प्रवृत्ति भी पायी जाती है. इनके सूंघने की क्षमता इतनी तेज होती है कि क्या कहने. कुत्ता बहुत एक्टिव जानवर होता है. इसी वजह से जासूसी के लिये कुत्तों को हमेशा पुलिस अपने साथ रखती है.
इसलिये कुत्तों को खास ट्रेनिंग देकर इनका इस्तेमाल किया जाता है.
कुत्ते का मर्डर – ड्रग्स माफियाओं ने दी 50 लाख की सुपारी
तभी तो कुत्ते उन जगहों पर भी पहुंच जाते हैं जहां इंसान का पहुंच पाना मुमकिन नहीं है. बड़े ड्रग्स माफियाओं के ड्रग्स का पता लगाने का काम भी कुत्तों को ही सौंपा जाता है. लेकिन कभी-कभार ये जानवर कुछ लोगों के लिये मुसीबत बन जाते हैं जिसके कारण उन्हें अपनी जान तक गंवानी पड़ जाती है. आज हम आपको एक ऐसी ही वफादार मादा जर्मन शेफर्ड के बारे में बताने जा रहे हैं कुत्ते का मर्डर करने के लिये 50 लाख का इनाम रखा गया है. उसको मारने के लिये प्रोफेशनल किलर्स को कॉन्ट्रेक्ट दिया गया है. इस वजह से इस मादा कुत्ते की सुरक्षा काफी बढ़ा दी गई है. अब आप सोच रहे होंगे कि आखिर इस कुत्ते ने किया क्या है जिसके कारण लोग इसकी जान के पीछे पड़े हैं.
तो चलिए आपको सुनाते कुत्ते का मर्डर और उसकी पूरी कहानी…
सोम्ब्रा ने अभी तक 245 ड्रग तस्करों को करवाया है गिरफ्तार
दरअसल, कोलंबिया के नारकोटिक्स विभाग में काम करने वाली कुतिया सोम्ब्रा है. 6 साल की जर्मन शेफर्ज सोम्ब्रा लगभग 2 साल से इस विभाग में काम कर रही है. सोम्ब्रा ने अब तक करीब 300 अभियानें में भाग लिया है और उसकी सूंघने की प्रवृत्ति ने ड्रग माफियाओं का जीना हराम कर दिया है. उसने अब तक लगभग 245 ड्रग तस्करों को हथकड़ी लगवाई है. यही नहीं सोम्ब्रा देश के 2 बड़े एयरपोर्ट की तलाशी का जिम्मा भी संभालती है. सोंब्रा ने जब से नारकोटिक्स को ज्वॉइन किया है तब से ड्रग्स में 5 फिसदी की कमी आई है.
उड़ाबेन्यास नामक संगठन करता है ड्रग तस्करी
आपको बता दें कि कोलंबिया में उड़ाबेन्यास नाम का एक शक्तिशाली आपराधिक संगठन है. इस संगठन का मुख्य काम ड्रग्स को बेचना है. कोलंबिया के ड्रग्स बिजनेस पर इस संगठन का ही अधिकार है. यह संगठन साल में करोड़ों रुपये का ड्रग बेचता है. कोलंबिया में ड्रग्स का धंधा सबसे ज्यादा प्रशांत महासागर के तट पर और टर्बो नामक जगह पर होता है. इन्ही जगहों से अमेरिका और मध्य अमेरिका के देशों में टनों कोकीन सप्लाई की जाती है. कोकीन की सप्लाई स्पीडबोट और पनडुब्बियों के जरिए की जाती है.
सोम्ब्रा ने 10 टन कोकीन को पकड़वाया था
हालहि में सोम्ब्रा ने टर्बों में कार के पुर्जों में छिपाकर ले जाई जा रही 4 टन कोकीन को सूंघकर पकड़ा था. इससे पहले करीब 5.5 टन कोकीन को सोम्ब्रा ने काफी शातिराना तरीके से पकड़ा था. तस्करों को उम्मीद नहीं थी कि एक जासूसी कुत्ता इतनी चालाकी से कैसे ड्रग्स पकड़ सकता है. इसी वजह से ड्रग तस्करों ने सोम्ब्रा को जिंदा या मुर्दा लाने वाले को 50 लाख इनाम देने की बात कही है.
सोम्ब्रा की सुरक्षा में बढ़ोत्तरी -जब से विभाग को कुत्ते का मर्डर का पता चला है तब से सोम्ब्रा को गैंग के गढ़ से हटाकर बोगोटा एयरपोर्ट पर ड्यूटी पर लगा दिया गया है. सोम्ब्रा को बुलेटप्रूफ कार में लाया और ले जाया जाता है. उसके साथ 2 गनमैन हिफाजत के लिये रहते हैं. सोम्ब्रा को पुलिस हेडक्वार्टर में रखा गया है. जब से उड़ाबेन्यास ने कुतिया पर 50 लाख की सुपारी दी है तब से ये काफी चर्चा का विषय बन गई है.