दिवाली की रात बाबा राम देव – दिवाली हिन्दुओं का बहुत बड़ा और पवन पर्व है. पहले की तरह अब दिवाली नहीं मनाई जाती. अब तो बस शोर करने वाले पटाखे और वातावरण को धूमिल करने वाले पटाखे जलाकर लोग दिवाली मनाते हैं.
दिवाली की रात बाबा राम देव सो नहीं पाए. आख़िर ऐसा क्यों हुआ?
बाबा रामदेव भारत भूमि के लिए बहुत कुछ करते हैं. विदेशों में भी वो भारत के भले के लिए हर प्रयास करते हैं. बाबा राम देव ऐसे व्यक्तित्व हैं, जिनके जैसा बनना आज के लोगों में नहीं है. बाबा अपने लिए कम और दूसरों के लिए ज्यादा जीते हैं. बाबा राम देव योग से लेकर भारत वासियों के लिए स्वदेशी अपनाओ जैसी कई बातें सिखा चुके हैं. इतना ही नहीं वो इसके लिए अनवरत प्रयास भी कर रहे हैं. अब तो बाबा राम देव टीवी प्रोग्राम भी बनाना शुरू कर दिए हैं. जहाँ लोग भद्दे और विदेशी प्रोग्राम का हिंदी में डब करके दिखाया जाता है वहीँ बाबा राम देव भारत का प्रोग्राम लेकर आए.
अब आप सोच रहे होंगे कि जब बाबा को इस धरती से इतना प्यारा है तो वो दिवाली जैसे शुभ दिन आखिर सो क्यों नहीं पाए?
असल में बात ये है कि बाबा राम देव दिवाली को मिटटी के दिए से सजाकर मनाना जानते हैं, लेकिन सभी ऐसा नहीं करते. दिवाली की रात लोगों ने जमकर पटाखे फोड़े, जिसकी गूँज बाबा राम देव के कानों में चुभती रही. बाबा राम देव पटाखों की गूँज के कारण सो नहीं पाए और दुखी भी रहे.
बाबा राम देव हमेशा ये कहते हैं कि स्वदेशी अपनाओ और विदेशी को बाहर फेंको. इस दिवाली बहुत से लोगों ने इस मुहीम में साथ दिया, लेकिन बहुतों नें दिवाली को अपने ही अंदाज़ में मनाया. अब अप सबको तो दबाव डालकर कोई बात नहीं मनवा सकते. ऐसे लोग तब तक नहीं सुधरेंगे जब तक उनकी अंतर आत्मा उन्हें इसक लिए गवाही नहीं देगी.
वैसे इस बार की दिवाली की रात बाकी साल से अच्छी थी. खासतौर पर मुंबई में इस दिवाली बहुत कम पटाखे जलाए गए. इसके लिए सलमान खान ने भी लोगों का शुक्रिया अदा किया.