कई बार किसी न किसी वजह से लोग अपनी पढ़ाई पूरी नहीं कर पाते हैं या फिर बारहवीं में अच्छे नंबर नहीं आने की वजह से अच्छे कॉलेज या मनचाहे कोर्स में दाखिला नहीं मिल पाता है।
लेकिन इसका ये मतलब नहीं है कि आपके लिए सारे दरवाज़े बंद हो गए हैं।
आजकल लोग रेग्युलर कॉलेज से ज्यादा डिस्टेंस एजुकेशन को ज्यादा महत्व देने लगे हैं। डिस्टेंस एजुकेशन करने के कई फायदें होते हैं जिनके बारे में आज हम आपको बताएंगें।
डिस्टेंस एजुकेशन के फायदे –
– डिस्टेंस एजुकेशन आपको आसानी से कम अंकों पर भी मनचाहे कोर्स में एडमिशन मिल जाता है।
– ये पूरी तरह से आपका निर्णय होता है कि आपको कब और कहां से पढ़ाई पूरी करनी है।
– डिस्टेंस एजुकेशन में स्टूडेंट के ऊपर कोई दबाव नहीं होता है और न ही प्रोजेक्ट्स या प्रैक्टिकल का कोई बोझ।
– आप अपने ही शहर से किसी दूसरे शहर की नामचीन यूनिवर्सिटी या कॉलेज से कोर्स कर सकते हैं और एग्जाम देने के लिए भी आपको दूसरे किसी शहर जाने की जरूरत नहीं पड़ती है। आप अपने नज़दीकी सेंटर में जाकर एग्जाम दे सकते हैं।
– कमज़ोर बच्चों के लिए डिस्टेंस एजुकेशन बहुत बढिया ऑप्शन है। डिस्टेंस एजुकेशन करवाने वाले संस्थान बच्चों को एग्जाम में पास कराने के लिए पूरी मदद करते हैं। यहां पर बच्चों को कम पढ़ाई करके भी अच्छे अंक मिल जाते हैं। पढ़ाई में कमज़ोर बच्चों के लिए ये ऑप्शन बहुत बढिया है।
– रेग्युलर कॉलेज से कोर्स या पढ़ाई करना बहुत महंगा पड़ता है लेकिन डिस्टेंस एजुकेशन में आप कम पैसों में ही अपनी पढ़ाई पूरी कर सकते हैं।
– डिस्टेंस एजुकेशन का सबसे बड़ा फायदा ये है कि आप इसमें पढ़ाई के साथ-साथ नौकरी भी कर सकते हैं जबकि रेग्युलर कॉलेज में ऐसा कर पाना बिलकुल भी संभव नहीं है। कोर्स खत्म होते-होते आपका नौकरी में अनुभव भी बढ़ जाता है और फिर आपके पास डिग्री के साथ-साथ अच्छी नौकरी और सैलरी भी होती है।
ये है डिस्टेंस एजुकेशन के फायदे – पढ़ाई में कमज़ोर बच्चों के लिए या जिनके पास पैसों की कमी है उनके लिए डिस्टेंस एजुकेशन बहुत अच्छा ऑप्शन है। लेकिन अगर आप इंजीनियर या डॉक्टर या कोई टेक्निकल कोर्स करना चाहते हैं तो आपको रेग्युलर कॉलेज से ही अपनी पढ़ाई पूरी करनी चाहिए। यहां पर आपको बहुत कुछ प्रैक्टिकल सीखने को मिलेगा।