प्लास्टिक की बनी चीजो का भारत में जितना उपयोग होता है उतना शायद दुनिया में और कहीं नहीं होता.
लेकिन क्या आपने कभी सोचा है कि जिन प्लास्टिक की बनी चीजों का आप उपयोग कर रहे है वह आपके लिए सही है या नहीं.
आज हम आपको प्लास्टिक के बने सामान के उपयोग से हमारे शरीर को होने वाले नुक्सान के बारे में बताएँगे.
आइये जानते है प्लास्टिक के चीजों के नुकसान
हम प्लास्टिक के कप और डिस्पोजेबल में गर्म चीजें लेकर खाना पीना शुरू कर देते हैं लेकिन ये नहीं सोचते कि उन प्लास्टिक में रासायनिक सामान मिला हो सकता है जो हमारे शरीर को नुक्सान पहुंचा सकता है.
प्लास्टिक के डिस्पोजेबल में हम चाय कॉफ़ी लेकर पीते हैं उसमे उपरी भाग में एक परत मोम का होता है जो गर्म चीजों के पड़ते ही पिघलने लगता है.
प्लास्टिक गर्मी और धूप में पिघलती है और उसके साथ जहरीली रासायनिक पदार्थ भी पिघलने लगता है जो खाने के साथ हमारे शरीर के अंदर जाकर केंसर को जन्म देता है.
प्लास्टिक से बने बच्चो के खिलौने उनमे जिन रंगों का उपयोग होता है वह भी बहुत ज्यादा खतरनाक होता है. प्लास्टिक के बने खिलौनों में रासायनिक रंगों का उपयोग किया जाता है. इन प्लास्टिक से बने खिलौनों में सीसा और आर्सेनिक का उपयोग होता है जो विषैले होते है. और इनसे बने खिलौनों को छोटे छोटे बच्चे मुंह में लेकर खेलते हैं. इन प्लास्टिक और उसमे इस्तेमाल होने वाले रंग से कैंसर होने की सम्भावना होती है.
प्लास्टिक की बोतल में पानी लेकर रखना और पीना आज कल का फैशन बन गया है. लेकिन इन बोतल में मिले हुए रसायन पानी में मिलकर पानी को नुक्शान्देह बना सकते है.
प्लास्टिक के सामन के उपयोग से 90% कैंसर की संभावना होती है. यह वैज्ञानिकों द्वारा प्रमाणित किया गया है.
कई शोधों से यह बात सामने आई है कि प्लास्टिक के बने पात्र को हम जितना सुलभ और आसानी से इस्तेमाल में लाते हैं वह हर किसी के लिए हानिकारक है. प्लास्टिक से सिर्फ इंसान को ही नहीं बल्कि पेड़, पौधे, जमीं, मिट्टी, जल, और वायु सबको नुकसान हो रहा है लेकिन सब जानते हुए भी हम इनका इस्तेमाल रोकने की जगह बढा रहे है.
जितना हो सके उतना प्लास्टिक के पात्र का उपयोग करना कम कर दें इसी में हम सबकी भलाई है.