साई प्रसाद विश्वनाथन
विश्वनाथन जब बच्चे थे, तब उनके शरीर का निचले आधे भाग ने सनसनी खो दी थी, जिसके कारण उनको भी विकलांगता देखनी पड़ी. लेकिन उनके मजबूत इरादे और बुलंद हौंसलों ने उनको हार नहीं मानने दिया और वह भारत के पहले स्काइडाइवर बन गए. उसका नाम विकलांग के साथ 14,000 फीट से skydive करने वाले पहले भारतीय होने के लिए लिम्का बुक दर्ज है. आज उनका एक संगठन है, जो उच्च शिक्षा से वंचित छात्रों को छात्रवृत्ति देता है.