छठ पूजा पर – कहते हैं कि पूजा करने से भगवान प्रसन्न होते हैं और भक्त की पूजा भगवान को लगती है।
इसीलिए लोग भगवान की मूर्ति का पूजन करते हैं। उनके आगे धूप-दीप जलाते हैं और मिठाईयों का भोग लगाते हैं।
भगवान को खुश करने के नाम पर कई तरह के त्योहार मनाए जाते हैं। इनमें से एक छठ पूजा भी है। छठ पूजा पर किसी नदी या तालाब में उतरकर सूर्य देव को अर्घ्य देना होता है। लेकिन बड़े शहरों में अब नदी और तालाब के नाम पर सिर्फ कूड़ें-कचरों से भरे नाले ही बचें। पता नहीं लोगों की हिम्मत कैसे होती है इन नालों में उतरकर पूजा करने की।
इन नालों में कई बार तो लाशें तक मारकर फेंक दी जाती हैं। छठ पूजा के दौरान इन नालों में खूब चहल-पहल रहती है। इनके आसपास की जगहों को खूब सजाया जाता है।
एक बार छठ पूजा के दौरान मैंने ऐसा नज़ारा देखा कि भगवान पर ही तरस आ गया। मन में सोचा कि इस सबसे तो भगवान का दिल भी रो रहा होगा। छठ पूजा पर कई औरतों को नाले के पानी में डुबकी लगाते हुए देखा वो भी पूरी श्रद्धा के साथ। इन्हें देखकर ऐसा लग रहा था जैसे कि ये हर की पौड़ी पर गंगा स्नान कर रही हों। कुछ महिलाएं तो ऐसी भी थीं जो उसी नाले के पानी से आचमन कर रही थी। चुल्लू में पानी लिया और मुंह में भरकर कुल्ला कर लिया। इतने गंदे पानी से कोई कुल्ला कैसे कर सकता है।
मैंने सोचा कि ये कैसी अंधभक्ति है। इस तरह की पूजा से किसी को कैसे पुण्य मिल सकता है। कहते हैं कि भगवान को स्वच्छता पसंद है और उनके मंदिर एवं पूजन में इसका पूरा ध्यान रखना चाहिए। अगर इस बात को माना जाए तो इन महिलाओं की तो पूजा व्यर्थ ही हो गई और इनकी मूर्खता की वजह से भगवान को जो नाले में उतरना पड़ा वो अलग।
इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) दुनिया में सबसे लोकप्रिय टी20 क्रिकेट लीग में से एक है,…
दुनिया मे सबसे ताकतवर चीज है हमारी सोच ! हम अपनी लाइफ में जैसा सोचते…
सूर्य ग्रहण 2020- सूर्य ग्रहण कब है, सूर्य ग्रहण कब लगेगा, आज सूर्य ग्रहण कितने…
कोरोना महामारी के कारण देश के देश बर्बाद हो रही हैं, इंडस्ट्रीज ठप पड़ी हुई…
दुनियाभर के 200 देश आज कोरोना संकट से जूंझ रहे हैं, इस बिमारी का असर…
वैसे तो गांधी परिवार पूरे विश्व मे प्रसिद्ध है और उस परिवार के हर सदस्य…