‘मेंहदी लगाके रखना, डोली सजा के रखना, लेने तुम्हें ओ अमृता आएंगे तेरे दिग्गी’,
जी हाँ, कितने सालों से काँग्रेस के महासचीव दिग्विजय सिंह और न्यूज़ ऐंकर अमृता राय के दिल में दो से एक होने का ख़्याल चल रहा था।
दोनों ही इस गाने को सालों से गुनगुना रहे थे।
अंततः दोनों के ख़्वाब पूरे हुए।
दिग्गी ने रचाई महबूबा अमृता संग शादी
दिग्विजय सिंह और अमृता की वो सेल्फ़ी आज सेल्फ हो गई।
अमृता दिग्गी की महबूबा बन गईं।
खबरों के मुताबिक अमृता ने खुद ही अपने फेसबुक पेज पर अपनी शादी की जानकारी अपने दोस्तों के साथ साझा की। उन्होने बताया कि उनकी शादी हो गई और इसे क़ानूनी मान्यता भी मिल गई। यानी अब ये दुश्मन ज़माना अमृता का कुछ नहीं बिगाड़ सकता। अरे अमृता मैडम वो तो पहले ही तय था कि आपके प्यार और महबूब के आगे भला किसका बस चलेगा…
कहावत तो आपने भी सुनी होगी, ‘सइयाँ भए कोतवाल, तो अब डर काहे का?’
अब आपके सइयाँ कोतवाल न सही, लेकिन कोतवाल से कहीं ऊपर हैं। ऐसे में आपको डर तो पहले भी नहीं रहा होगा।
वैसे अपने पाठकों को हम यहाँ बताना चाहेंगे कि दिग्गी पहली बार दूल्हे राजा नहीं बने हैं। इससे पहले भी वो सजी-धजी घोड़ी पर चढ़ चुके हैं। ये अलग बात है कि दिग्गी की पहली पत्नी अब इस दुनिया में नहीं रहीं। ऐसे में किसी हमसफर की तलाश तो उन्हें पहले से ही थी। अब ये नहीं पता कि पत्नी के ज़िंदा रहते ही दिग्गी ने अमृता से प्यार शुरू किया या उसके बाद, लेकिन इतना तो ज़रूर कहेंगे हम कि इस दुनिया में हमसफर की ज़रूरत तो सबको होती है, फिर दिग्गी को तो और भी।
अब इसे अमृता का हैंग ओवर ही कहेंगे जो दिग्गी के सिर कबसे चढ़ा हुआ था। अंततः शादी हुई तो हैंग ओवर हटा।
अरे भई दिग्गी आपने तो शादी कर ली, अब तो मैडम के बेटे की भी शादी करा दो। उनके लिए भी तो दुलहनीय ल दो।
खबरों के मुताबिक अभी दिग्गी अमेरिका में हैं। अब कब ये इंडिया आएंगे और सभी राजनेताओं को रेसेप्शन की पार्टी देंगे। वैसे एक बात तो है कि दिग्गी की शादी के जो लोग अभी तक शादी नहीं किए हैं उनके दिल में भी शहनाई की आवाज ज़रूर गूंजी होगी।
यांगिस्तान की तरफ से दिग्विजय सिंह और अमृता राय को शादी की बहुत-बहुत शुभ कामनाएँ!
(कई खबरों से ये जानकारी हमें मिली है। उसी के आधार पर ये लेख।)