7. जब दो अलग-अलग पर्सानेलिटीज़ एक दूसरे की कमियों को पूरा कर दे तब रिलेशनशिप परफ़ेक्ट हो जाता है दो लोग मिलकर एक परफ़ेक्ट कपल बना लेते हैं.
जब भी बात सीरियस रिलेशनशिप की आती है तो हम ज्यादातर ऐसे पार्टनर को पसंद करते है जिनकी हॉबीज़ और बहुत सारी बातें मिलती हो और ऐसी रिलेशनशिप टिकती भी ज्यादा है.
लेकिन अगर टू डिफरेंट पर्सानेलिटीज़ एक दूसरे की कमियों को खामियों की तरह ले तो ये एक डिजास्टर में भी बदल जाती है.
दो अलग अलग व्यक्तियों के बीच अडजस्मेंट जैसी बात हो तो ये रिलेशनशिप मिसमैच होते हुए भी परफ़ेक्ट होती है और बन जाती है परफ़ेक्ट मिसमैच !