वैसे धोनी को आज भारत का सबसे सफल कप्तान माना जाता है.
धोनी के बारें में एक कहावत मशहूर थी कि यह खिलाड़ी क़िस्मत का धनी है.
जिसके ऊपर यह हाथ रखता है उसका सितारा बुलंद हो जाता है. साथ ही साथ मैच में भी धोनी यदि कोई फ़ैसला लेते थे तो वह 100 प्रतिशत सही हो जाता था. इसीलिए धोनी को क़िस्मत का धनी बोला जाता था.
आज धोनी अपने करियर के आख़री मैच खेल रहे हैं.
वैसे क़िस्मत का धनी धोनी को भूलाना आसान ही नहीं बल्कि नामुमकिन भी है.
आज हम आपको ऐसी 5 चीज़ों के बारें में बताते हैं जिनके कारण क़िस्मत का धनी धोनी आने वाले 100 सालों तक याद किये जाएँगे –
भारत साल 1983 से ही एक और विश्वकप जीतने का इंतज़ार कर रहा था. कबसे देश उम्मीद लगाए हुए था कि कोई तो भारत को क्रिकेट का एक और विश्वकप दिला दो. सचिनतेंदुलकर भी साल 2011 में क्रिकेट का अपना आख़री विश्वकप खेल रहे थे. कपिल देव के बाद मोहम्मद अजरुद्दीन और सौरव गांगुली जैसे महान कप्तानों ने टीम का मार्गदर्शनकिया किंतु अंत में धोनी ने अपनी कप्तानी से भारत को विश्वकप दिलाया है. आप अपने दिल पर हाथ रखकर बोलो कि क्या आप इस लम्हे को भूल सकते हो?
आपको आज शायद अच्छे से याद ना हो लेकिन अपनी याददाश्त पर ज़रा ज़ोर डालो और साल 2007 में हुआ पहला ट्वेंटी विश्वकप याद करो. पाकिस्तान के साथ फ़ाइनल हो रहा था और आख़री ओवर धोनी ने जोगिंदर शर्मा को दिया था. आख़री ओवर में पाक को 13 रन चाहिए थे और भारत को विश्वकप जीतने के लिए 1 विकेट चाहिय था. जोगिंदरने पहली ही गेंद वाइड फेंकी थी. इसी ओवर में जब पाक कप्तान ने एक छक्का लगाया था तो जैसे सबकी जान निकल गयी थी, लेकिन तभी अगली गेंद पर भारत को विकेटमिला था और भारत ने यह विश्वकप जीत लिया था. आप धोनी को इस मैच के लिए कभी भूल नहीं पाओगे.
आप कभी भी धोनी का हेलीकॉप्टर शॉट भूल नहीं सकते हैं. आने वाले कई सालों तक शायद ही कोई खिलाड़ी इस तरह के शॉट लगा पाएगा. आपको आज लगता होगा कि धोनीको टीम से निकाल दो लेकिन एक समय ऐसा भी था जब धोनी के हेलीकॉप्टर शॉट को देख, आप सीटी बजाते थे. इसी हेलीकॉप्टर शॉट से धोनी ने कई बार गेंद स्टेडियम के बाहर की है.
धोनी जब भारत के कप्तान बने थे तो उस समय उनको, उनके लम्बे बालों के लिए ख़ूब जाना जाता था. पाकिस्तान के अंदर जाकर धोनी के ख़ूब कोहराम मचाया था और पाक के हुकुमरानों ने भी धोनी के लम्बे बालों की तारीफ़ की थी. शायद इस तरह के बालों के साथ अब कोई और खिलाड़ी भारतीय टीम की कमान अपने हाथों में कभी नहीं लेगा. आपधोनी के इस अन्दाज़ को तो मरते दम तक नहीं भूला पाओगे.
एक समय ऐसा था जब आस्ट्रेलिया को हराना नामुमकिन समझा जाता था. सौरव गांगुली भी कभी आस्ट्रेलिया बस जैसे टेस्ट ड्रॉ कराने जाते थे. आस्ट्रेलिया से ड्रॉ ही जैसे जीतसमझी जाती थी. लेकिन महेंद्र सिंह धोनी ने आस्ट्रेलिया जाकर ना सिर्फ़ सीरीज़ जीती बल्कि एक तरह से आस्ट्रेलिया की पूरी टीम ही तहस-नहस कर दी. धोनी से हारने के बादही आस्ट्रेलिया के कई बड़े खिलाड़ियों का करियर ही ख़त्म हो गया है.
इस तरह से क़िस्मत का धनी धोनी भुलाया नहीं जाएगा – इतने के बावजूद भी अगर धोनी को याद नहीं किया जाएगा तो यह ना सिर्फ़ धोनी बल्कि भारतीय क्रिकेट के लिए शर्म वाली बात होगी. धोनी सही कहते हैं कि फ़ैन कभी जीत याद नहीं रखते हैं बस वह हार याद रखना चाहते हैं.
लेकिन फिर भी क़िस्मत का धनी धोनी की इन 5 चीज़ों को आने वाले 100 सालों तक भूलना वाक़ई मुश्किल होगा.
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