धवल कुलकर्णी – टीम इंडिया इस समय अपनी टॉपरैंक पर चल रही है और ऐसा हो भी क्यों ना टीम के सभी खिलाड़ियों पर अगर नजर डाली जाए तो बल्लेबाज़ों से लेकर गेंदबाजों तक सभी एक से बढ़ कर एक धुरंधर साबित हो रहे हैं.
लेकिन अगर टीम में कही कमी देखी जा रही है तो वो है मिडिलऑर्डर, जो की इस समय भारतीय टीम का काफी कमजोर है.
इसी कारण अब भारतीय टीम को कई बेहतरीन ऑलराउंडर खिलाड़ियों की जरूरत है.
हमारे पास कई ऐसा ऑलराउंडर खिलाड़ी भी है जो अच्छे प्रदर्शन के बावजूद टीम से लंबे समय से बाहर हैं.
आज हम आपको उन्हीं धुरंधर ऑलराउंडर में से एक से मिलवाने जा रहे हैं जिनकी भारतीय टीम के साथ अगला अंतरराष्ट्रीय मैच खेलनी की काफी संभावना है. इस बेहतरीन ऑलराउंडर ने भले ही इंटरनेशनल क्रिकेट कम खेला हो लेकिन घरेलू क्रिकेट में इनका योगदान और प्रदर्शन बेहद सरहानिए रहा है. हम आज जिस क्रिकेटर के बारे में आपको बताने जा रहे हैं वो और कोई नहीं बल्कि प्रथम श्रेणी के खिलाड़ी धवल कुलकर्णी हैं.
कुछ ऐसा रहा है धवल कुलकर्णी का घरेलू प्रदर्शन
धवल कुलकर्णी के अगर घरेलू क्रिकेट टूर्नामेंट की बात की जाए तो इनमें उनका प्रदर्शन सभी खिलाड़ियों से गजब का रहा है. धवल ने मात्र 80 मैचों में ही 250 विकेट हासिल कर लिए हैं साथ ही गेंदबाजी के विपरीत बल्लेबाजी में भी उनका प्रदर्शन कमाल का रहा है.
बल्लेबाजी में धवल कुलकर्णी ने अपने 80 घरेलू टूर्नामेंट के मैचों में 1607 रन बनाए हैं. धवल की इस बेहतरीन परफॉर्मेंस के चलते भारतीय टीम के चयनकर्ताओं का कहना है की टीम का मिडिलऑर्डर सुधारने के लिए धवल एक अच्छा सुझाव साबित हो सकते हैं साथ ही वह एक बेहतरीन ऑलराउंडर भी हैं जिनकी इंडिया को काफी ज्यादा जरूरत है.
धवल कुलकर्णी का अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में योगदान
धवल टीम इंडिया की तरफ से पहले भी अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट खेल चुके हैं और वहाँ भी प्रदर्शन काफी अच्छा रहा था लेकिन फिर भी उन्हें ज्यादा मौके नहीं दिए गए हैं. जिसके कारण शायद आज को टीम इंडिया का मिडिलऑर्डर इतना कमजोर है.
अगर धवल कुलकर्णी जैसे खिलाड़ियों को समय पर टीम में जगह और सम्मान मिल जाता तो आज को ये खिलाड़ी टीम के सबसे धुरंधर गेंदबाजो में से एक होता. अगर धवल को ज्यादा मौके दिए जाते तो टीम इंडिया शायद आज को दुनिया की एक बार फिर सबसे बेहतरीन टीम होती और टीम में किसी भी चीज की कोई कमी नहीं रहती. धवल कुलकर्णी ने अपने एक दिवसीय क्रिकेट में 12 मैच खेल हैं. धवल ने अपनी गेंदबाजी से कई अंतरराष्ट्रीय बल्लेबाजो के छक्के छुडाए हैं. इतना ही नहीं बल्कि अपनी गेंदबाजी से बल्लेबाज़ों को परेशान करते हुए 12 मैच में 19 विकेट भी हासिल किए हैं. इसके साथ-साथ उनकी बल्लेबाजी भी देखने लायक थी.
अब अगर टीम इंडिया के चयनकर्ता वाकये टीम की कमजोरी को दूर करना चाहते हैं तो उन्हें धवल कुलकर्णी जैसे ऑलराउंडर खिलाड़ियों को मौका देना होगा नहीं तो शायद वो दिन दूर नहीं जब टीम इंडिया टॉप 3 से लास्ट 3 में पहुंच जाए.
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