विशेष

नोटबंदी से बदल रहा है देश ! 125 करोड़ भारत वासियों की सबसे बड़ी जीत

हमारे देश में सबसे आसान काम है किसी भी काम मे गलतियां और कमियां निकालना।

कुछ लोग तो दिन को रात समझने के लिए आँखों पर काला चश्मा लगा लेते है, जिससे उन्हें हर तऱफ अंधेरा दिखाई दे। चाहे जो कर लो पर सच्चाई और हकीकत सामने आई ही जाती है।

नोटबंदी जो देश और दुनिया भर के लिये सबसे बड़ा निर्णय था, उसे आज लोग गलत सिद्ध करने में लगें है। क्या विदेशी समाचार पत्र के लेख हमारी सरकार के काम की पुष्टि करेंगे? या फीर देश मे रहने वाले 125 करोड़ जनता जो सरकार के एतिहासिक निर्णय के साथ मजबूती से खडी रही वो अपनी विवेक बुद्धि से हो रहे बदलाव को समझेगें!

नोटबंदी में सरकार के अनुमान से अधिक पैसा बैंक्स में जमा हो गया जिससे हर किसी ने इस निर्णय को विफल और गलत कहना शुरू कर दिया। हमारे देश मे जुगाड़ के काम मे हर कोई माहिर है, इस बार भी इसी जुगाड़ू तरीके से सारा काला धन बैंकों में जमा हो तो गया परन्तु धनकुबेरों के हाथों से निकल गया।

यंगिस्तान ने नोटबंदी के असर को जानने के लिए तटस्थ तरीके से सर्वेक्षण किया, जिसके परिणाम चौकाने वाले है।

नोटबंदी के असर –

1. कुछ बैंकों से यंगिस्तान ने जानकारी इकट्ठा की, जिससे समझ आया कि नोटबंदी के पहले की अपेक्षा नगदी पैसों की आवक जावक केवल 15% से 20% रह गई है। इसकी वजह से नोटों को रखने से लेकर नोटों के परिवहन पर बैंको के ख़र्च में काफी कमी आयी है।

2. आपको जानकर आश्चर्य होगा कि जहां नोटो की आवक जावक में भारी कमी आयी है वहीं पर बैंको में आने वाले क्लेरिंग चेक्स में दस गुना की बढ़ोतरी हुई। इससे तीन बातें स्पष्ट हो गई कि नोटबंदी के बाद काले धन कुबेरों को सारा काम पक्के में करना पड़ रहा है। दूसरा देश की अर्थव्यवस्था में मजबूती आ रही है। और नोटबंदी यह सरकार का सही निर्णय था जिससे बाहर घूमने वाला पैसा अर्थव्यवस्था में आकर बैंकों के माध्यम से आ जा रहा है।

3. अब प्रश्न यह आता है कि सारा काला धन बैंको में कैसे जमा हो गया? इसकी सच्चाई जानकर भी आप हैरान हो जायेगे। कई धन कुबेरों ने अपने यहां काम करने वाले कर्मचारियों को भविष्य के दो से तीन सालों की वेतन नकदी में दे दिया उसके साथ ही उन्हें अनेक बैंक्स में एकाउंट खुलवाकर उसमें 50,000 से लेकर 1,50,000 रुपये तक जमा करा दिया। एक ओर तो धन कुबेरों का नुकसान हुआ वही दूसरी ओर गरीबों को इसका लाभ मिला। जिस क्षेत्र से पूरे सालभर में चंद हजार रुपये बैंको में नहीं आते थे उसी क्षेत्र से करोड़ों अरबों रुपये बैंकों में जमा हो गए। ऐसे कई तरह के जुगाड़ लगा कर काले धन को बैंकों में जमा किया गया। यह एक बड़ा बदलाव ही तो है!

ये है नोटबंदी के असर – सबसे बड़ी जीत है 125 करोड़ देशवासियों के ताकत और संयम की जिससे नोटबंदी का भूतों न भविष्य वाला मोदी सरकार का निर्णय शान्ति पूर्ण तरीके से सफल हुआ।

अब जिन काले धनकुबेरों को नुकसान लगा है, उनका शोर मचाना तो बनता ही है!

Prashant Didwaniya

Share
Published by
Prashant Didwaniya

Recent Posts

इंडियन प्रीमियर लीग 2023 में आरसीबी के जीतने की संभावनाएं

इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) दुनिया में सबसे लोकप्रिय टी20 क्रिकेट लीग में से एक है,…

2 months ago

छोटी सोच व पैरो की मोच कभी आगे बढ़ने नही देती।

दुनिया मे सबसे ताकतवर चीज है हमारी सोच ! हम अपनी लाइफ में जैसा सोचते…

3 years ago

Solar Eclipse- Surya Grahan 2020, सूर्य ग्रहण 2020- Youngisthan

सूर्य ग्रहण 2020- सूर्य ग्रहण कब है, सूर्य ग्रहण कब लगेगा, आज सूर्य ग्रहण कितने…

3 years ago

कोरोना के लॉक डाउन में क्या है शराबियों का हाल?

कोरोना महामारी के कारण देश के देश बर्बाद हो रही हैं, इंडस्ट्रीज ठप पड़ी हुई…

3 years ago

क्या कोरोना की वजह से घट जाएगी आपकी सैलरी

दुनियाभर के 200 देश आज कोरोना संकट से जूंझ रहे हैं, इस बिमारी का असर…

3 years ago

संजय गांधी की मौत के पीछे की सच्चाई जानकर पैरों के नीचे से ज़मीन खिसक जाएगी आपकी…

वैसे तो गांधी परिवार पूरे विश्व मे प्रसिद्ध है और उस परिवार के हर सदस्य…

3 years ago