मेडिसिन हैट गर्ल
2013 में हुई इस घटना के बारे में पढ़कर कहीं आपके रगों में बहता खून जम ना जाये. पन्द्रह साल की इस लड़की ने अपने पूरे परिवार को जान से मार डाला था. ये कोई मानसिक रोगी नहीं थी, पूरी तरह तैयारी करके उसने इस घटना को अपने बॉयफ्रेंड के साथ मिलकर अंजाम दिया था.
उसका बॉयफ्रेंड उम्र में उससे करीब 8 साल बड़ा था. एक दिन मेडिसिन हैट गर्ल नाम से जानी जाने वाली लड़की ने अपने प्रेमी को फ़ोन किया और कहा कि वो अपने परिवार को खत्म करने में उसकी मदद चाहती है. उसका प्रेमी उसके घर आया और दोनों ने बेदर्दी से पहले अपनी सोई हुई मां को गोली मारी, उसके बाद दूसरी बन्दूक उठा कर नीचे कमरे में जाकर अपनी सोई बहनों को गोली से मार दिया. इतना ही नहीं उसके बाद उसने जो किया वो शायद ही कोई इंसान कर सकता है. उसने मांस काटने वाले बड़े चाकू से अपने आठ साल के भाई का गला रेत दिया
सबकी हत्या करने के बाद उसने घर से पैसे चुराए और अपने प्रेमी के साथ फरार हो गयी. कोर्ट में उसने बताया कि वो किसी भी तरह से अनाथ होना चाहती थी जिससे उसे सम्पति मिल जाए और उसे अपने परिवार से भी छुटकारा मिल जाए
कोर्ट ने नेहेमिया को तीन हत्या का दोषी पाया और मरने तक कैद की सजा सुनाई.
देखा आपने किस तरह दुनियाभर के देश नाबालिग अपराधियों के साथ भी उसी तरह का व्यवहार करते है जैसा बालिग अपराधियों के साथ यदि उनके द्वारा किया गया अपराध बहुत ही खतरनाक हो और उनमे आगे चलकर भी अपराधी प्रवृत्ति कम होने के आसार ना हो और एक हमारा देश है जहाँ निर्भय के साथ वहशियत के साथ बलात्कार करने वाले और उसके बाद उसकी हत्या करने वाले को जेल से रिहा किया जा रहा है. इस तरह के मानसिक रूप से बीमार अपराधियों को समाज में खुला छोड़ना बेहद खतरनाक है कल निर्भय थी क्या पता बाहर निकलने के बाद ये किसी और को भी अपना शिकार बना ले.
वक्त रहते हमें कानून में बदलाव करना होगा नहीं तो ना जाने कितनी ही बेकुसूर अपनी अस्मत और जान गँवा बैठेंगी.