हार्ट अटेक यानि के दिल का दौरा व स्ट्रोक वैसे तो कभी भी कहीं भी आ सकता है.
लेकिन शोध से कुछ बाते सामने आई है, जिसमे पता चलता है कि सबसे ज्यादा दिल का दौरा पड़ने का संभवित दिन और एक संभवित समय के अंतराल में सबसे ज्यादा होता है. उस समय दिल के दौरे का खतरा बहुत ज्यादा होता है.
तो आइए विस्तार से इस बारे में जानते है
- अन्य दिनों की तुलना में सोमवार को दिल का दौरा सबसे ज्यादा आता है और इसलिए इस दिन को ‘मंडे ब्लूज’ कहते हैं.
- स्कॉटलैंड के एक रिसर्च के अनुसार रविवार के अवकाश के बाद सोमवार को ऑफिस जाने के समय शरीर के अंदर स्ट्रेस बढ़ने लगता है जो इंसान को रोगग्रस्त बनता है.
- स्कॉटलैंड में 91,193 पुरुष और 79,051 महिलाओं के ऊपर किये अध्ययन से यह बात सामने आई. जिसमे पता चला कि बाकी दिनों की अपेक्षा सोमवार के दिन 31 प्रतिशत लोगों को दिल का दौरा पड़ता है. यानि कि सबसे ज्यादा दिल का दौरा सोमवार के दिन पड़ता है और उसमे भी सिर्फ सोमवार को ही 3.1 प्रतिशत इंसानों की मौतें हो ही जाती है.
- फोर्टिस के कार्डियोलॉजिस्ट डॉ विनय सांघी की माने तो भी सबसे अधिक सोमवार सुबह हार्ट अटेक के रोगी इलाज कराने आते हैं.
- वही नैशनल हार्ट इंस्टिट्यूट के निदेशक डॉ ओ. पी. यादव के अनुसार रविवार अवकाश और शनिवार रात इंसान पार्टी में व्यस्त रहता है. इसको हॉलिडे सिंड्रोम कहते है और जैसे ही छुट्टी समाप्त होने लगती है, वैसे ही दूसरे दिन के काम का ध्यान आ जाता है जिससे अचानक स्ट्रेस बढ़ने लगता है और इसी स्ट्रेस का अनुपात जब बढ़ जाता है तो दिल का दौरा पड़ने लगता है.
- बड़े शहरों में कार्यरत लोग इस हॉलिडे सिंड्रोम से बहुत कम बच पाते हैं. पार्टियों में जाने वाले अधिक शराब, सिगरेट और तेलीय वसायुक्त मसालेदार भोजन से परेशानीयां बढ़ जाती है.
- अवकाश के दिन सिंड्रोम शरीर में उपस्थित रसायन को प्रभावित करते है और सोमवार को काम पर जाने से स्ट्रेस दिल के दौरे को बढ़ा देता है. जो हार्ट अटेक का कारण बन जाता है.
- साथ ही ओरेगन हेल्थ साइंस यूनिवर्सिटी और बोस्टन ब्रिघैम के वुमेन्स हॉस्पिटल के शोधकर्ताओं के शोध से यह बात सामने आई है कि दिल को दौरे व स्ट्रोक का खतरा सबसे अधिक सुबह 6.30 बजे रहता है.
- शोधकर्ताओं के अनुसार इस समय शरीर में उपस्थित प्रोटीन पीएआई-1 दिल की बिमारी का खतरा बढ़ा देता है.
- डॉ. फ्रैंक शीर के अनुसार सोने के पुरे चक्र के दौरान पीएई-1 की मात्रा सबसे अधिक सुबह 6.30 बजे के आसपास होती है. इसलिए इस दौरान दिल के दौरे का रिस्क सबसे अधिक होता है.( ब्लड नामक जर्नल द्वारा प्रकाशित शोध )
- डॉक्टरों के अनुसार यदि इंसान इस स्ट्रेस को नियंत्रित और संतुलित करना सीख जाएगा तब हार्ट अटैक को टाला जा सकता है.
इन दोनों शोध से पता चलता है कि सबसे ज्यादा दिल का दौरा सोमवार को सुबह 6:30 बजे पड़ता है. जब लोग अपने ऑफिस कार्य के लिए जाने को तैयार होते है या सोचते है तब यह दिल का दौरा पड़ता है.