एक वक़्त था जब हम क्या खाते हैं, क्या पहनते हैं, कहाँ घूमने जाते और ऐसी छोटी-मोटी बातें या तो सिर्फ़ हमारे परिवार को पता होती थीं या आस-पास के कुछ चुनिंदा दोस्तों को|
लेकिन अब वक़्त बदल चुका है और हमारी ज़िन्दगी की हर छोटी-बड़ी बात का ब्यौरा टेक्नोलॉजी के माध्यम से कहीं न कहीं रिकॉर्ड किया जा रहा है| चाहे उसे हम ख़ुद फेसबुक या ट्विटर पर डाल दें या हमारी शॉपिंग, हमारी इंटरनेट पर होने वाली सर्फ़िंग के ज़रिये यह सारा डेटा हर कंपनी के पास पहुँच जाए!
तो अंदाज़ा लगाईये कि लाखों-करोड़ों लोगों के बारे में बेहिसाब जानकारी, बेहिसाब डेटा इकठ्ठा किया जा रहा है लेकिन यह सब बेकार का है अगर इस जानकारी का कोई इस्तेमाल ना हो| इस डेटा का सही इस्तेमाल कर के कंपनी अपने ग्राहकों का ध्यान रख सकती हैं, उनकी पसंद-नापसंद के हिसाब से अपने प्रोडक्ट और सर्विसेज़ सुधार सकती हैं और बेहतर सुविधाएँ प्रदान कर सकती हैं|
बस, इसी डेटा को पढ़ने, समझने और इस में से एक ऐसी गूढ़ बात निकलने के लिए डेटा साइंटिस्ट की ज़रुरत होती है जिसकी मदद से कंपनी अपने प्रतिद्वंदियों से आगे निकल जाए और ख़ूब मुनाफ़ा कमाए!
इस बेहिसाब डेटा का अलग तरह से विश्लेषण करने के लिए एक अलग तरह की ही नज़र चाहिए होती है| जहाँ आम आदमी को सिर्फ़ नंबर नज़र आएँ, वहाँ डेटा साइंटिस्ट को एक पैटर्न नज़र आना चाहिए, एक सोच नज़र आनी चाहिए, ग्राहक का एक ऐसा व्यवहार नज़र आना चाहिए जो कम्पनियों को उनके ग्राहकों के बारे में एक नयी इनसाइट दे सके| इस इनसाइट की मदद से कंपनी अपने ग्राहकों का ख़याल रख सकती है और उनकी ज़रूरतों को पूरा करने की कोशिश कर सकती है|
डेटा साइंटिस्ट का काम पेचीदा है लेकिन मज़ेदार भी| और इसके लिए कोई आसमान से उतरा हुआ सर्वज्ञानी नहीं चाहिए लेकिन फिर भी एक तरह की पढ़ाई और समझदारी ज़रूरी है| जहाँ तक पढ़ाई का सवाल है, ज़्यादातर कंपनियाँ एक ऐसा डेटा साइंटिस्ट चाहती हैं जिसने मास्टर्स या पिएचडी की हो और ज़्यादातर उन कैंडिडेट्स को प्राथमिकता दी जाती है जिन्होंने, गणित, स्टेटिस्टिक्स, कंप्यूटर साइंस और इंजीनियरिंग में पढ़ाई की हो| इसके अलावा जिन विशेषताओं की ज़रुरत है वो हैं
कुछ लोग डेटा साइंटिस्ट को कलाकार भी मानते हैं जो आड़े-तिरछे फैले हुए नम्बरों में से एक ऐसी बात निकाल दे जो किसी ने ना पहले देखी हो ना सुनी हो और जिसका अंदाज़ा भी ना लगाया जा सके! हज़ारों अलग-अलग नज़रिये इस्तेमाल करते हुए एक ही जानकारी को काट-छाँट के कुछ नया सामने ले आना जिस से या तो कंपनी की कोई बहुत बड़ी समस्या सुलझ जाए या एक ऐसा ब्रह्मास्त्र मिल जाए जिस से कि कॉम्पटीशन की धज्जियाँ उड़ जाएँ, यही काम है डेटा साइंटिस्ट का!
अगर आपको लगता है कि आप में है वो बात या आप ऐसा काम करना पसंद करेंगे, तो आज से ही इस करियर के लिए तैयारी शुरू कीजिये! आने वाले दिनों में इस करियर के लिए डिमांड और भी बढ़ने वाली है!
कुछ नया करेंगे तभी तो सब से अलग नज़र आएँगे और नयी ऊँचाईयाँ छू पाएँगे!
इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) दुनिया में सबसे लोकप्रिय टी20 क्रिकेट लीग में से एक है,…
दुनिया मे सबसे ताकतवर चीज है हमारी सोच ! हम अपनी लाइफ में जैसा सोचते…
सूर्य ग्रहण 2020- सूर्य ग्रहण कब है, सूर्य ग्रहण कब लगेगा, आज सूर्य ग्रहण कितने…
कोरोना महामारी के कारण देश के देश बर्बाद हो रही हैं, इंडस्ट्रीज ठप पड़ी हुई…
दुनियाभर के 200 देश आज कोरोना संकट से जूंझ रहे हैं, इस बिमारी का असर…
वैसे तो गांधी परिवार पूरे विश्व मे प्रसिद्ध है और उस परिवार के हर सदस्य…