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इतिहास में इन लोगों को दी गई सबसे खौफनाक सजायें !

खौफनाक सजायें

खौफनाक सजायें – गुनाहों के बदले सज़ा मिलना आम बात है लेकिन अब वो सज़ा नहीं मिलती जो किसी की रूह कंपा दे। आज हम आपको कुछ ऐसी ही खौफनाक सजाओं के बारे में बताने जा रहे हैं जिनके बारे में सुनकर आपकी रूह कांप जाएगी।

खौफनाक सजायें –

१ – म्‍यूटिलेशन

इंग्‍लैंड और नॉर्थ अमेरिका में दी जाने वाली इस सजा में अपराधी के शरीर के अंगों को काट दिया जाता है। 17वीं शताब्‍दी में इंग्‍लैंड में नाक, कान और होंठ सजा के तौर पर काट दिए जाते थे जबकि 18वीं शताब्‍दी में उत्तरी अमेरिका में जानवरों की चोरी पर ही कान काट दिए जाते हैं।

२ – इलेक्ट्रिक चेयर की सजा

अपराधी को बिजली की कुर्सी पर बैठाकर उसे बिजली के करंट दिए जाते थे। 1888 में संयुक्‍त राज्‍य अमेरिका में ऐसी सजा दी गई थी। 1890 में विलियम कैंगलर की हत्‍या करने पर अपराधी को ये सजा दी गई थी। कुर्सी पर अपराधी को बैठाकर 18 सेकेंड तक बिजली का झटका दिया जाता था और इसके बाद दूसरा झटका देते थे जोकि 70 सेकेंड का होता था।

३ – स्‍टोनिंग

ये अपराधी को पत्‍थर मारने की सजा थी। उत्तरी अमेरिका और मध्‍य पूर्व में इस तरह की सजा दी जाती थी। कई देशों में ऐसी सजा का प्रावधान हुआ करता था। आज भी कई देशों में ऐसा होता है। इरान में पत्‍थर से मारने से पहले पुरुष अपराधी को कमर और महिला अपराधी को सीने तक जमीन के अंदर गाड़ दिया जाता है।

४ – क्रूसीफिक्‍शन

रोम में इस तरह की सजा काफी प्रचलित थी। इसमें अपराधी को सूली पर लटका दिया जाता था। इस तरीके से जीसस को भी सजा दी गई थी। ईसाई धर्म में सजा देने का इसे सबसे क्रूर तरीका माना जाता है। इसमें अपराधी को सूली पर लटकाकर घंटों या कई दिनों तक तड़पा-तड़पा कर मारा जाता था। 71 ईसापूर्व में रोम में रोमन साम्राज्‍य के खिलाफ आवाज़ उठाने पर 6 हजार लोगों को सूली पर लटका दिया गया था।

५ – गिलोटिन

इस सजा में अपराधी का सिर मशीन में काट दिया जाता है। फ्रांस में ये सजा दी जाती थी। 1792 में स्विफ्ट की तानाशाही के दौरान हज़ारों लोगों को ये सजा दी गई थी। इस किलिंग मशीन का नाम इसके आविष्‍कारक डॉक्‍टर गिलोटिन के नाम पर रखा गया था।

६ – बॉइलिंग

उबलते हुए पानी या तेल में डालने का प्रचलन भी खूब चला था। इंग्‍लैंड में खाने में ज़हर मिलाने पर ऐसी सजा दी जाती थी। हेनरी आठवें के कार्यकाल में 1500 लोगों को खाने में ज़हर मिलाने पर ऐसी सजा दी गई थी। सन् 1542 में मारग्रेट डेवी नाम की नौकरानी का मालकिन के खाने में ज़हर मिलाने के कारण सजा के तौर पर उसे खौलते पानी में उबाल दिया गया था।

ये है खौफनाक सजायें –  अगर आज इन सजाओं को अपराधियों को दिया जाए तो देश और दुनिया में हंगामा हो जाएगा। हालांकि, इस तरह की सजा रेपिस्‍ट और आतंकियों के लिए मुकर्रर की जानी चाहिए। फांसी जैसी सजाओं में तो एक बार ही जान निकल जाती है लेकिन इनमें अपराधी तड़प-तड़प कर मरता है और ऐसी ही सजा से अपराधियों के मन में खौफ रहेगा।

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इतिहास