पाकिस्तान में दंगल – साल 2016 में हुए उरी हमले के बाद पाकिस्तान में बॉलीवुड की फिल्मों को बैन कर दिया गया था.
लेकिन कुछ दिनों पहले हीं इस बैन को हटा लिया गया. इसके बाद से अनुमान था की आमिर खान पाकिस्तान में दंगल को रिलीज करेंगे.
लेकिन जब उन्होंने फिल्म को पाकिस्तान के सेंसर बोर्ड में भेजा, तो पाकिस्तान के सेंसर बोर्ड ने दो सीन्स को लेकर आपत्ति जता दी और उस दोनों सीन को फिल्म से हटाने की बात कही जिसमें एक सीन में राष्ट्रगान बज रहा है और भारतीय झंडा फहराया जा रहा है.
दूसरे सीन में दिखाया गया है कि गीता फोगाट को गोल्ड मेडल दिया जा रहा है. लेकिन जब पाकिस्तानी सेंसर बोर्ड ने फिल्म को देखा तो उन्होंने फिल्म से इन दोनों ही सींस को हटाने की फरमाइश कर दी. लेकिन आमिर खान ने पाकिस्तानी सेंसर बोर्ड को जवाब देते हुए कहा कि उनकी फिल्म स्पोर्ट बेस्ड है जिसका किसी भी तरह से पाकिस्तान से कोई लेना-देना नहीं और आमिर ने पाकिस्तान में दंगल को रिलीज करने से मना कर दिया.
जैसा कि आप जानते हैं कि पाकिस्तान में बॉलीवुड की फिल्मों को बहुत ज्यादा पसंद किया जाता है.
इसलिए आमिर खान की टीम चाहती थी कि पाकिस्तान में दंगल रिलीज किया जाए. लेकिन सेंसर बोर्ड की तरफ से किए गए इस नकारात्मक फरमाइश ने आमिर खान का दिल तोड़ दिया.
आमिर ने पाकिस्तान में अपने फिल्म को रिलीज करने से साफ तौर पर मना कर दिया.
असहिष्णुता पर दिए गए आमिर खान के बयान ने राष्ट्रवादी खेमे में बॉलीवुड के इस दिग्गज अभिनेता की छवि को नकारात्मक बनाने का काम किया है. लेकिन इस बार आमिर खान ने राष्ट्रगान को लेकर जो फैसला लिया है उससे हो सकता है कि उनकी पुरानी छवि धूमिल होती दिखे.
आमिर खान के इस कदम ने देश के सम्मान को गौरवान्वित करने का काम किया है.