शिकंजे में रंजीत
अब वक्त आ गया था कि दामिनी अपने शिकंजे को कसना शुरू कर दे. इसी मुहीम के तहत दामिनी ने रंजीत से ग्वालियर एयरबेस के बारे में कुछ अन्दरुनी जानकारी मांगी. अब रंजीत का माथा ठनका उसने दामिनी को इस प्रकार की ख़ुफ़िया जानकारी देने से मना कर दिया.
दामिनी को रंजीत के मुंह से ना सुनने का अंदेशा नहीं था इसलिए जब रंजीत ने जानकारी देने से मना किया तो दामिनी ने रंजीत को अपना वो रंग दिखाया जो रंजीत ने सपने में भी नहीं सोचा था.
दामिनी ने रंजीत को अपनी असलियत बताई कि वो ISI की एजेंट है और अगर रंजीत ने उसे जानकारी मुहैय्या नहीं करवाई तो वो रंजीत का पर्दाफाश करने के साथ साथ उनकी चैट, तस्वीरें और विडियो भी सार्वजनिक कर देगी.