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डॉलर के आगे बुरी तरह फेल हो गई इस देश की करेंसी, सोने के सिक्के दे रहे लोग

डॉलर

डॉलर भारत ही नहीं कई और देशों की करंसी पर भी भारी पड़ रहा है, जिसमें चीन और ईरान जैसे देश भी शामिल है. ईरान का हाल तो बहुत बेहाल हो चुका है. यहां डॉलर के सामने ईरानी करंसी रियाल बुरी तरह फिसल चुकी है और इतने निचले स्तर पर जा चुकी है कि आप सोच भी नहीं सकते.

ईरान और इसकी करंसी रियाल का हाल डॉलर के सामने हर दिन बहुत बुरा होता जा रहा है. एक समय तो एक डॉलर की कीमत डेढ़ लाख रियाल के बराबर हो चुकी है. 13 सितंबर 2018 को एक डॉलर की कीमत 42105 रियाल रही. डॉलर के सामने गिरते रियाल के कारण ईरान के मार्केट की खस्ता हालत है. हालात यह हो गए हैं कि जहां बड़ी रकम खर्च करनी है, वहां लोग रियाल की बजाय सोने के सिक्के देकर काम चला रहे हैं. खासकर प्रॉपर्टी खरीदने, शादी-ब्याह या फिर मकान का किराया के लिए लोग सोने के सिक्के का इस्तेमाल कर रहे हैं.

ईरान की करंसी रियाल में ये पिछले साल के अंतिम महीने से ही शुरू हो गई थी और 29 जुलाई को ये सबसे निचले स्तर पर पहुंच गया था. उस दिन एक डॉलर की कीमत 1 लाख रियाल हो गई थी. रियाल की गिरती वैल्यू की वजह से इस समय किसी बड़ी खरीददारी के लिए ईरान के लोग सोने के सिक्कों का इस्तेमाल कर रहे हैं. ईरान में इस समय एक गोल्ड कोइन की कीमत 4 करोड़ रियाल के बराबर हो गई है. हालांकि फिलहाल ये थोड़ा सुधरकर 3.6 करोड़ तक आ गई है.

जानकारों का मानना है कि रियाल में इतनी बड़ी गिरावट तभी आई जब अमेरिका ने ईरान के साथ अपनी न्यूक्लियर डील तोड़ दी. मई में अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप न्यूक्लियर डील रद्द कर दी और इसके बाद ईरान पर प्रतिबंध लागू कर दिए गए. तब से ईरान की करंसी में बड़ी गिरावट जारी है.

रियाल की घटती वैल्यू ने ईरान के लोगों की मुश्किलें बहुत बढ़ा दी है. जानकारी के मुताबिक, यहां पर लोगों ने अपने मकानों के किराए बढ़ा दिए हैं. अब वह अपने किराएदार से किराया रियाल में नहीं बल्कि सोने के रूप में ले रहे हैं. तेहरान में 95 स्क्वायर मीटर के अपार्टमेंट का किराया 2 सोने का सिक्का हो गया है.

यदि ये गिरावट इसी तरह जारी रही तो ईरान की हालत और खराब हो जाएगी. वैसे भारत के लिए भी स्थिति चिंताजनक ही है, क्योंकि यहां भी रूपया लगातार ड़ॉलर के मुकाबले कमज़ोर होता जा रहा है.