5 – धारदार डिवाइस से अलग कर देते थे सिर-
मौत की सजा देने का ये बेहद ही खतरनाक तरीका था। गिलोटिन नाम की धारदार डिवाइस में फ्रेम के बीच रेजर से भी तेज ब्लेड लगा होता था। फ्रेम के बीच कैदी का सिर रखा जाता है और ब्लेड नीचे गिरते ही सिर धड़ से अलग हो जाता है। हालांकि, ये तरीका टॉर्चर के बाकी तरीकों से कम दर्दनाक है।