3 – कील वाली कुर्सी पर बांध दिया जाते थे लोग-
टॉर्चर का ये तरीका 1800 तक यूरोप में इस्तेमाल किया गया। ‘जुदास चेयर’ काल कोठरी का हिस्सा हुआ करती थी। इस कुर्सी के हर हिस्से पर लोहे की कीलों की लेयर होती थी। इस पर अपराधी को बांध दिया जाता है। और इस तरह उसके शरीर में कीले बुरी तरह चुभ जाती थी और खून बहने से कैदी की मौत हो जाती थी।