क्रूर तानाशाहों की सत्ता – विश्व का इतिहास ऐसे सनकी लोगों से भरा पड़ा है जिन्होंने सत्ता और अपनी सनक के चलते मानव अधिकारों को अपने पैरों तले रौंद दिया.
इन क्रूर तानाशाहों की सत्ता की भूख मासूम जनता ने अपने खून से बूझाई.
मानवता ने जिन क्रूर तानाशाहों की सत्ता की कीमत चुकाई उनमें ये नाम सबसे अधिक चर्चित रहे हैं.
क्रूर तानाशाहों की सत्ता –
1 – इदी अमीन
युगांडा के इस तानाशाह ने अपने 8 वर्ष के शासन काल में करीब 50 हजार लोगों को मौत के घाट उतारा था. इदी अमीन अपनी अजीबों गरीब हरकतों के लिए जाना जाता था. उसका तर्क था कि राष्ट्रमंडल का प्रमुख उन्हें होना चाहिए न कि महारानी एलिजाबेथ को. अमीन को सम्मानित होने का शौक था और शायद इसी कारण वो हर रोज नए-नए सम्मेलन और समारोह कराकर खुद को सम्मानित कराता था.
2 – एडोल्फ हिटलर
तानाशाहों की सूची में जर्मनी के एडोल्फ हिटलर का नाम एक ऐसा नाम है जिसे दुनिया आज तक नहीं भूला पाई हैं. यूरोप की धरती पर कत्लेआम मचाने वाले हिटलर को को द्वितीय विश्वयुद्ध के लिए सर्वाधिक जिम्मेदार माना जाता है. सबसे ज्यादा क्रूर शासक के रूप में कुख्यात हिटलर के बारे में कहा जाता है कि द्वितीय विश्व युद्ध में उसने यूरोप की धरती को यहूदियों के खून से लाल कर दिया था.
3 – बेनिटो मुसोलिनी
इटली की राष्ट्रीय फासिस्ट पार्टी का नेतृत्व करने वाला बेनिटो मुसोलिनी के नाम से एक समय दुनिया कांपती थी. आपको जानकर हैरानी होगी इटली का यह तानाशाह 18 वर्ष की अवस्था में एक स्कूल में टीचर बन गया था और 19 साल की उम्र में भागकर स्विट्जरलैंड चला गया. द्वितीय महायुद्ध में पराजय के बाद मुसोलिनी को हिरासत में ले लिया गया था. तब हिटलर ने उसे छुड़ा कर उसे वहां की सत्ता पर काबिज कराया था.
4 – किम जोंग
किम जोंग इल की गिनती दुनिया के वंशवादी साम्यवादी शासक के रूप में होती थी. नॉर्थ कोरिया का यह तानाशाह मानवाधिकारों की हत्या करने के अलावा दुनिया को परमाणु मिसाइलों से धमकाने के लिए भी जाना जाता है. जोंग के इस तानाशाह रवैये के कारण अमेरिका ने 2002 में ईरान और इराक के साथ नॉर्थ कोरिया को भी (एक्सिस ऑफ एविल) घोषित कर दिया था.
5 – मुअम्मर अल-गद्दाफी
लीबिया पर 42 साल तक तानाशाही के जरिए राज करने वाला मुअम्मर अल-गद्दाफी उर्फ कर्नल गद्दाफी ने भ्रष्टाचार के जरिए जनता को लूटकर अकूत संपत्ति कमाई और विदेशी बैंकों में जमा की. गद्दाफी किसी अरब देश में सबसे अधिक समय तक राज करने वाले तानाशाह रहे. जिस वक्त अरब जगत में का्रंति हो रही थी उस वक्त गद्दाफी अपनी जनता का मूड नहीं भांप सके और अरब की क्रांति की भेंट चढ़ गए. 20 अक्टूबर 2011 को एक संदिग्ध सैन्य हमले में गद्दाफी की मौत हो गई.
6 – पॉल पॉट
कंबोडिया का प्रधानमंत्री बनते ही पॉल पॉट ने अपनी तानाशाही शुरू कर दी. पॉट और उनकी सेना को खमेर रूज के नाम से जाना जाता था. पॉल पॉट ने माओवादी कृषक सोसायटी बनाने के लिए निजी संपत्ति, मुद्रा और कई शहरों को खत्म कर दिया था. बताया जाता है कि इसके शासन के दौरान, करीब 20 प्रतिशत लोग अकाल और बेगारी के कारण मारे गए थे.
ये है क्रूर तानाशाहों की सत्ता – बहरहाल, दुनिया में अब जैसे जैसे जागरूकता आ रही है लोग तानाशाह शासकों के विरोध में न केवल आवाज उठा रहे हैं बल्कि एकजुट भी हो रहे हैं. तानाशाही चाहे चीन में हो या नार्थ कोरिया में इसके विरूद्ध आवाज उठाने में आज सोशल मीडिया एक बड़ा माध्यम बन रहा है.
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