महिलाओं के साथ अपराध – हमारे समाज में एक समय था जब लड़कियों की कम उम्र में शादी कर दी जाती थी ।
उन्हें पढ़ने ने नहीं दिया जाता था किसी खेल में भाग लेने नहीं दिया जाता था । लेकिन लड़कियों ने अपने हक के लिए समय – समय पर आवाज उठाई, समाज का विरोध सहा लेकिन हिम्मत नहीं हारी और उसी का परिणाम है कि आज लड़कियों को भी शिक्षा का अधिकार है लड़कियां अपने पैरों पर खड़ी होने लगी है अपने माता – पिता का सहारा बनती है ।
अपनी कमाई से घर चलाती है । अगर दूसरे शब्दों में कहें तो अब हमारे देश की महिलाएँ भी सपने देखने लगी है ।
हालांकि लड़कियां अपने लिए शिक्षा के क्षेत्र में, खेल क्षेत्र में या किसी ओर क्षेत्र में अधिकार प्राप्त करने में तो सफल हो गई है लेकिन शायद समानता और सुरक्षा का अधिकार पाने में आज भी असफल हैं । शायद यही कारण है कि महिलाओं के साथ अपराध कम होने की बजाय बढ़ते ही जा रहे है । इसलिए मीडिया में भी रेप के अपराधों की खबर बहुत ही आम हो गई है । हाल ही में हरियाणा के रेवाड़ी में एक छात्रा के गैंगरेप हुआ । महिलाओं के साथ अपराध की तहकीकात करने पर पता ये छात्रा राष्ट्रपति पुरस्कार से सम्मानित थी । आप सोच सकते हैं कि जब एक राष्ट्रपति पुरस्कार विजेता छात्रा गैंगरेप की शिकार हो सकती है तो फिर आम लड़कियों की सुरक्षा की कल्पना भी करना मुश्किल है ।
रेवाड़ी की रहने वाली ये राष्ट्रपति पुरस्कार विजेता छात्रा हमेशा की तरह जह कोंचिग के लिए घर से निकल रही थी । तो शायद उसने भी नहीं सोचा होगा कि आज उसकी जिंदगी बदलने वाली है । छात्रा के पिता उसे बस स्टैंड पर छोड़कर गए जहां से कुछ लोगों ने छात्रा का अपहरण कर उसके साथ दुष्कर्म को अंजाम दिया गया । रिपोर्टस के मुताबिक छात्रा रेलवे की परीक्षा की तैयारी कर रही थी और महेंद्रगढ़ के कनिना के कोचिंग सेंटर में परीक्षा के लिए कोंचिग लेने जाती थी । पीड़िता की माता के अनुसार उनकी बेटी को सीबीएसई में टॉप करने पर पीएम नरेंद्र मोदी ने भी सम्मानित किया था । साथ ही पीड़िता की मां ने ये भी कहा कि सरकार बेटी पढ़ाओं बेटी बचाओँ की बात कर रही है लेकिन मेरी बेटी को तो यहां न्याय के लिए भी गुहार लगानी पड़ रही है ।
पीड़िता की मां का तो ये तक कहना है कि पुलस इस मामले की सही तरह से जांच नहीं कर रही है जिस कारण पीड़िता के परिवार ने हरियाणा सरकार की तरफ से दी गई मुआवजे की रकम को भी लेने से इंकार कर दिया क्योंकि उनका कहना है कि उन्हें मुआवजे की नहीं न्याय की जरुरत है ।
आपको बता दें पिछले कुछ सालों में हरियाणा में रेप के अपराधों में बहुत वृद्धि हुई है इस घटना से कुछ दिन पहले भी एक महिला के साथ गुरुग्राम में गैंगरेप की घटना सामने आई थी जिसमें महिला को नौकरी का जांझा देकर उसके साथ दुष्कर्म किया गया था ।
महिलाओं के साथ अपराध – अब इसे आप सरकार की विफलता कही या कुछ ओर लेकिन कही ना कही इन अपराधों के बढ़ने की एक बड़ी कमजोर कानून व्यवस्था है । क्योंकि हम रोजाना रेप की घटनाएं तो सुनते है लेकिन इन रेप की घटनाओँ में से कितनी पीड़िताओं को इंसाफ मिला है कितने आरोपियों को कोई कड़ी सजा मिली है इसकी कोई भी जानकारी ये खबर जनता को नहीं है ।