क्रिकेट जगत और आम जिंदगी का एक फंडा हैं-
मैच जीतने का जश्न हो या हारने का गम, ‘सोमरस’ या ‘मदिरा’ (शराब) एक दवाई की तरह असरकारक होती है। यह आपको जश्न मनाते समय उत्सुकता के चरम पर पहुंचा देती है तो गम के समय दर्द को झेलने की शक्ति।
यह मेरी नहीं, कुछ विशेषज्ञों की राय हैं।
क्रिकेटर भी वास्तविकता में तो एक आम इंसान ही है। वह जीत का जश्न मनाते समय बीयर पीकर बहुत उत्साह मनाता है तो हारने का गम झेलता है। साथ ही एक महत्वपूर्ण बात कि शराब पीते समय आपको अपनी सीमाएं ध्यान रहना चाहिए।
कुछ क्रिकेटर ऐसे हैं जो इस महत्वपूर्ण बात को याद नहीं रख सके और अपने प्रशंसकों से काफी नफरत झेली। कुछ क्रिकेटरों का करियर तो शराब की वजह से खत्म भी हो गया। मुद्दे की बात यह है कि एलकॉहल का अत्यधिक सेवन करके खिलाड़ी बर्बादी झेलता जरूर है। उसके प्रति सम्मान की भावना कम हो जाती है जो उसकी सबसे बड़ी जरूरत है।
आज ऐसे ही कुछ चुनिंदा क्रिकेटरों के बारे में जानते हैं जिन्होंने शराब की वजह से काफी बर्बादी झेली-
डेविड वॉर्नर-
2013 में ऑस्ट्रेलिया के निराशाजनक इंग्लैंड दौरे पर डेविड वॉर्नर ने काफी मुसीबतें खड़ी की थी। उन्होंने बर्मिंघम के एक बार में शराब पीकर इंग्लिश खिलाड़ी जोए रूट को मुक्का मार दिया। रूट ने वॉर्नर को दक्षिण अफ्रीकी बल्लेबाज हाशिम अमला के समान दाढ़ी बनाकर चिढ़ाया जो बाएं हाथ के बल्लेबाज से सहा नहीं गया और उन्होंने रूट को मार दिया। वॉर्नर को इसकी वजह से ऑस्ट्रेलिया ने चैंपियंस ट्रॉफी के लिए टीम में शामिल नहीं किया। वॉर्नर ने अपने बर्ताव के लिए बाद में माफी मांगी।