क्रिकेट रिकॉर्ड्स – रिकॉर्ड्स टूटने के लिए ही बनते हैं लेकिन कुछ रिकॉर्ड्स ऐसे होते हैं जिन्हें तोड़ पाना मुश्किल ही नहीं बल्कि नामुमकिन सा होता है।
आज हम आपको क्रिकेट की दुनिया के कुछ ऐसे रिकॉर्ड्स के बारे में बताने जा रहे हैं जिन्हें तोड़ पाना नामुमकिन है।
तो चलिए जानते हैं ऐसे 5 क्रिकेट रिकॉर्ड्स के बारे में जिनको शायद ही कोई खिलाड़ी तोड़ पाए।
क्रिकेट रिकॉर्ड्स जो तोडना मुश्किल –
ड्रॉन ब्रेडमैन का 99.94 का औसत
उन्होंने अगले टेस्ट मैच करियर में 99.94 के औसत से रन बनाए थे। काफी लंबे समय से उनका ये रिकॉर्ड कोई नहीं तोड़ पाया है और अब तक कोई भी बल्लेबाज़ इसके आसपास भी नहीं भटक पाया है।
सबसे तेज अर्धशतक युवराज के नाम
रिकॉर्ड बनाने में भारतीय क्रिकेटर्स भी पीछे नहीं हैं। टी 20 विश्व कप 2007 में इंग्लैंड के खिलाफ युवराज सिंह ने सिर्फ 12 गेंदों में अर्धशतक बनाने का रिकॉर्ड बनाया है। अब तक कोई भी खिलाड़ी इस रिकॉर्ड को तोड़ नहीं पाया है। इस अर्धशतक में युवराज सिंह ने एक ओवर की 6 गेंदों में 6 छक्के लगाने का रिकॉर्ड अपने नाम किया था।
लारेंस रो का डेब्यू मैच
क्रिकेट के 150 साल के इतिहास में पहली बार किसी बल्लेबाज़ ने डेब्यू मैचे में इतना शानदार प्रदर्शन दिया था। वेस्टइंडीज़ के लारेंस रो ने 1971 में न्यूजीलैंड के खिलाफ खेलते हुए अपने करियर के पहले ही टेस्ट मैच में 214 और 100 रन बनाए थे।
सचिन तेंदुलकर के शतकों का रिकॉर्ड
इंटरनेशनल क्रिकेट करियर में सचिन तेंदुलकर ने कई शतक जड़े हैं। सचिन के नाम 100 शतक बनाने का रिकॉर्ड दर्ज है। उनके इस खिताब के करीब रिकी पॉन्टिंग पहुंचे हैं लेकिन इसे तोड़ नहीं पाए हैं। उन्होंने कुल 71 शतक बना हैं। इस रिकॉर्ड का टूटना भी लगभग नामुमकिन लगता है। विराट कोहली इतने काबिल हैं कि वो इस रिकॉर्ड को तोड़ सकते हैं। कोहली अब तक इंटरनेशल करियर में 55 शतक बना चुके हैं।
मुरलीधरन के 800 विकेट
श्रीलंका के ऑफ स्पिनर मुरलीधरन ने 800 टेस्ट विकेटों का रिकॉर्ड बनाया है। उनके इस रिकॉर्ड का टूटना भी नामुमकिन है। मुरलीधरन ने 133 टेस्ट मैचों के करियर में कुल 800 विकेट चटकाए हैं।
ये है क्रिकेट रिकॉर्ड्स – तो ये थे क्रिकेट के इतिहास के कुछ जानदार और शानदार रिकॉर्ड्स। क्रिकेट का कोई भी रिकॉर्ड सचिन तेंदुलकर और विराट कोहली के बिना पूरा नहीं हो सकता है। हालांकि, अभी टॉप 5 रिकॉर्ड्स में कोहली का नाम नहीं आ पाया है लेकिन बहुत जल्द ही कोहली भी टॉप 5 में अपनी जगह बना ही लेंगें और इस बात पर आपको और हमको दोनों को ही विश्वास है।
इस रिकॉर्ड में युवराज सिंह का भी नाम है। जब युवराज ने ये रिकॉर्ड बनाया था तब वो पहली बार वर्ल्ड कप के लिए खेल रहे थे। इसके बाद उन्हें कैंसर हो गया और उन्होंने क्रिकेट से ब्रेक ले लिया। कैंसर के ईलाज के कुछ सालों बाद युवराज ने क्रिकेट की दुनिया में फिर से वापसी की।
अपने एक इंटरव्यू में युवराज ने बताया था कि इसके लिए उन्हें विराट कोहली ने प्रेरित किया था वरना युवराज तो क्रिकेट से सन्यास लेने की सोच रहे थे। वैसे लगता है कि अब युवराज ज्यादा क्रिकेट खेलना नहीं चाहते हैं। सच क्या है अब ये तो सिर्फ युवराज ही जानते हैं।
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