मैं बसकर स्वामी एक बार फिर आपका स्वागत करता हूँ क्रैकिंग न्यूज़ में
दो दिन अनुपस्थित रहने के लिए माफ़ी, वो क्या है ना कि महाराष्ट्र सरकार ने दारू बैन की बात की तो सदमे में हमारी पूरी टीम ही शराब पीने में जुट गयी. वैसे भी आप लोग जानते हो कि हम इंटलेक्चुअल बोले तो बुद्धिजीवी टाइप लोग शराब बिना क्रिएटिव नहीं हो पाते.
चलिए अब चलते है खबरों की तरफ
आज की क्रैकिंग न्यूज़ – कारगिल युद्ध में मारे गए मासूम पाकिस्तानी सैनिकों की याद में बनेगा स्मारक.
अब समाचार विस्तार से
सलमान के ट्वीट के बाद अगर कोई बड़ी खबर है तो वो ये है कि कारगिल युद्ध में भारत के सैनिकों के हाथ मारे जाने वाले मासूम पाकिस्तानी सैनिकों और आतंकवादियों की याद में स्मारक बनाया जायेगा.
उन मासूमों के बलिदान की निशानी ये स्मारक अपने आप में अनोखा होगा. विश्व में पहली बार ऐसा होगा कि एक युद्ध के बाद युद्ध स्मारक ऐसे देश में बनेगा जिस पर हमला किया गया है.
इस पहल के लिए हमें धन्यवाद देना चाहिए हमारे देश के प्रबुद्ध बुद्धिजीवियों का और महान धर्मनिरपेक्ष लोगों का.
इस स्मारक की स्थापना टाइगर हिल पर की जाएगी जहाँ एक अदने से सैनिक ने दिल मांगे मोर बोल कर एक विदेशी शीतल पेय का प्रचार किया था.
हमें सूचना मिली है कि इस ऐतिहासिक मौके पर दोनों देशों से सबसे धर्मनिरपेक्ष लोगों का जमावड़ा होने वाला है.
मुख्य अतिथि के तौर पर हाफिज सईद और अकबरुद्दीन ओवैसी आयेंगे. उनका साथ देने के लिए कई अन्य प्रतिष्ठित लोग भी आयेंगे जिनमे इमरान खान, अरविन्द केजरीवाल, महेश भट्ट और सलमान खुर्शीद प्रमुख है.
अब हम आपको बताते है सबसे बड़ी खबर जो हमें अभी अभी मिली है
राष्ट्रिय स्वयंसेवक संघ भी इस महान अवसर पर भाग लेगा. जी हाँ पहली बार इफ्तार पार्टी रखने के बाद अब RSS ने खुद को सेकुलर साबित करने के लिए इस स्मारक के शिलान्यास कार्यक्रम में हिस्सा लेने का निर्णय लिया है.
इस अवसर पर सभी बुद्धिजीवी और छद्म धर्मनिरपेक्ष असमंजस में आ गए है.
उन्हें समझ नहीं आ रहा कि वो इस कार्यक्रम का विरोध करे या समर्थन क्योंकि समर्थन करने पर भी उनके बहुत से साथी और भक्तगण उनकी बैंड बजा देंगे और विरोध करने पर भी.
यही सोच सोच कर हमारी सबसे खूबसूरत एंकर ईमानदारिका बोसे भी परेशान है और रंजना व्हाट्स अप तो ख़ुशी से पागल हुई जा रही है इस खबर को कवर करने के लिए.
उधर सुनने में ये भी आया है कि पाकिस्तान में भी इस कार्यक्रम को लेकर खासा उत्साह है.
पाकिस्तान से हमारे विशेष संवाददाता ने बताया है कि ख़ुशी के इस अवसर पर पाकिस्तान अपने कुछ और मासूम आतंकवादियों को भारत में आतिशबाजी करने के लिए भेज रहा है.
जैसा की आप सब जानते है मासूम आतिशबाजों का पहला जत्था आ भी चुका है और उन्होंने पंजाब के गुरदासपुर में एक पुलिस थाने में दिवाली मनानी शुरू भी करदी है.
भगवन ऐसे पडौसी सबको दे ओह माफ़ कीजियेगा अल्लाह ऐसे पडौसी सबको दे. आखिर सेकुलर जो है हम.
आज के समाचार यही समाप्त अब अगली बार समाचार देंगे सीधे पाकिस्तान और भारत के बीच मासूम आतंकवादी स्मृति स्मारक से.