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देखिए देश के सर्वश्रेष्‍ठ कॉलेजों के नाम काम  

देश के सर्वश्रेष्‍ठ कॉलेज

देश के सर्वश्रेष्‍ठ कॉलेज – हाल ही में मानव संसाधन विकास मंत्रालय की ओर से देश के 6 शिक्षण संस्‍थानों को उत्‍कृष्‍ट संस्‍थानों की सूची में डाला गया है। इन संस्‍थानों में 3 सरकारी और 3 निजी संस्‍थान शामिल हैं।

इंस्‍टीट्यूट ऑफ एमिनेंस की सूची में शामिल होने वाले विश्‍वविद्यालयों को ज्‍यादा सहायता दी जाती है और संस्‍थान कोर्स आदि पर फैसला लेने के अधिकार रखता है।

तो चलिए जानते हैं देश के सर्वश्रेष्‍ठ कॉलेज – उन शिक्षण संस्‍थानों के बारे में जिन्‍हें देश में टॉप पर माना जाता है और जहां से स्‍टूडेंट्स को करोड़ों की प्‍लेसमेंट मिलती है।

देश के सर्वश्रेष्‍ठ कॉलेज –

१ – आईआईटी दिल्‍ली

सार्वजनिक क्षेत्र की लिस्‍ट में तीन संस्‍थानों का नाम शामिल है जिसमें आईआईटी दिल्‍ली भी शामिल है। इसका देश के टॉप य‍ूनिवर्सिटीज़ में नाम आता है।

२ – आईआईटी बॉम्‍बे

दिल्‍ली के बाद बॉम्‍बे के आईआईटी का नंबर आता है। य‍ह भारतीय प्रौद्योगिकी संस्‍थान का दूसरा सबसे बड़ा परिसर और महाराष्‍ट्र राज्‍य का सबसे बड़ा विश्‍वविद्यालय है।

३ – आईआईएससी बैंगलोर

भारतीय विज्ञान संस्‍थान भारत का वैज्ञानिक अनुसंधान और उच्‍च शिक्षा के लिए अग्रणी शिक्षा संस्‍थान है। बैंगलोर में स्थित इस यूनिवर्सिटी की गणना भारत के उत्‍कृष्‍टतम संस्‍थानों में होती है।

इन सरकारी शिक्षण संस्‍थानों के अलावा निजी संस्‍थानों में तीन यूनिवर्सिटी के नाम शामिल किए गए हैं जिनमें मणिपाल एकेडमी ऑफ हायर एजुकेशन का नाम भी शामिल है। इसके बाद नाम आता है बिट्स पिलानी का। बिड़ला प्रौद्योगिकी एवं विज्ञान संस्‍थान भारत के सबसे पुराने और अग्रणी प्रौद्योगिकी संस्‍थानों में से एक है। पिलानी के अलावा बिट्स के कैंपस गोवा और हैदराबाद के साथ-साथ दुबई में भी हैं।

इन निजी शिक्षण संस्‍थानों में हाल ही में लॉन्‍च हुए जियो इंस्‍टीट्यूट का नाम भी शामिल है। इस नाम को लेकर कई लोग सवाल खड़े  कर रहे हैं क्‍योंकि अभी ये इंस्‍टीट्यूट बनकर तैयार भी नहीं हुआ है और इसका नाम शीर्ष शिक्षण संस्‍थानों में आ गया है।

खबरों की मानें तो सरकार ने जियो इंस्‍टीटयूट को ग्रीन फील्‍ड कैटिगरी के तहत चुना है जोकि नए संस्‍थानों के लिए होती है और उनका कोई इति‍हास नहीं होता है। हालांकि, अभी तक इंटरनेट पर जियो इंस्‍टीट्यूट के कैंपस, कोर्स आदि के बारे में जानकारी उपलब्‍ध नहीं है।

केंद्रीय मानव संसाधन विकास मंत्री प्रकाश जावडेकर का कहना है कि देश के लिए इंस्‍टीट्यूट ऑफ एमिनेंस बहुत महत्‍वपूर्ण है। उन्‍होंने कहा कि मौजूदा समय में हमारे यहां 800 यूनिवर्सिटीज़ हैं लेकिन इनमें से एक भी शीर्ष 100 या 200 की विश्‍व रैकिंग में शामिल नहीं हैं।

ये है देश के सर्वश्रेष्‍ठ कॉलेज – इससे इन संस्‍थानों के स्‍तर एवं गुणवत्ता को तेजी से बेहतर बनाने में मदद मिलेगी और साथ ही पाठ्यक्रमों को भी जोड़ा जा सकेगा। जावडेकर ने विश्‍व स्‍तरीय संस्‍थान बनाने के प्रयासों को करने की बात भी कही है। जावडेकर का कहना है कि रैंकिंग को बेहतर बनाने के लिए एक टिकाउ योजना की जरूरत है।

सरकार ने तो उत्‍कृष्‍ट शिक्षण संस्‍थानों की लिस्‍ट जारी कर दी लेकिन आपको बता दें कि इन टॉप यूनिवर्सिटीज़ में एडमिशन पाना कोई आसान बात नहीं है। इनमें एडमिशन पाने के लिए टफ एग्‍जाम देना पड़ता है और उसके बाद पर्सनल इंटरव्‍यू भी होता है, तब कहीं जाकर इनमें एडमिशन की प्रक्रिया पूरी होती है। इनकी फीस भी लाखों में होती है।