कर्नाटक में राजनीति के अन्दर बड़ा भूचाल आ रहा है. कांग्रेस पार्टी के नेताओं को ऑफिस आने में ही डर लगता है. कांग्रेस के नेताओं को अपने कार्यालय के बाहर, नींबू, मिर्च, लाल कपड़ा और कुछ बोतलें मिलती हैं और अब कांग्रेस के नेता इसे जादू-टोना बोलकर, पार्टी कार्यालय आने से कतरा रहे हैं.
और मजेदार बात देखिये कि कांग्रेस पार्टी आरोप लगा रही है कि ये जादू-टोटका कोई और नहीं बल्कि सामने वाली विपक्षी पार्टी कर रही है.
जेडीएस बोले तो जनता दल (सेक्युलर). आरोप इन लोगों पर लगाया जा रहा है, कि यह पार्टी इन कर्मकांडों को करा रही है.
बात शुरू होती है एक पार्टी कार्यालय की जगह से. पहले यह ऑफिस कांग्रेस का था, फिर यह जनता दल का हो गया. कांग्रेस पार्टी गई कोर्ट तो कोर्ट ने फिर से इस कार्यालय को कांग्रेस को दे दिया. अब जब अदालत से जनता दल को कुछ हासिल नहीं हुआ तो ऐसे में इन्होनें जादू और टोटके का सहारा लिया है. रोज रात को कोई आता है और टोटका करके चला जाता है.
बाप रे बाप और तो और कुछ कांग्रेस के लोग कहते हैं कि जबसे ऐसा होना शुरू हुआ है तबसे ऑफिस में कुछ ना कुछ अजीब होने लगा है. ऐसा लगता है जैसे कि कोई हमारे साथ बुरा कर रहा है.
अब भगवान ही जाने कि सच क्या है? भला पढ़े-लिखे लोग जब इस तरह कि बातों का प्रचार करेंगे तो आम जनता तो अंधविश्वास पर आम जनता का विश्वास और ज्यादा ही होगा ना.
वैसे भी देश में अब कांग्रेस की हालत तो पहले से ही खराब है, अपनी असफलताओं को छुपाने के लिए, कल शायद कांग्रेस बोल दे कि हमें तो हराया ही जादू ने है तो इसमें कोई अजीब बात नहीं होगी.
काले जादू का डर तो अब कांग्रेस पार्टी के चेहरे पर कर्नाटक में साफ़ नज़र आ रहा है.
भाई हमारी आपसे विनती है कि काला जादू छोड़ो, कृपया जनता के लिए अच्छे से काम कर लो, कहीं कल ऐसा ना हो कि राज्य में आपको जीतने के लिए भी काले जादू का सहारा लेने पड़े.
और कर्नाटक की जनता दल को भी सोचना चाहिए कि अंधविश्वास को छोड़, मेहनत करे, ताकि अन्धविश्वास का खात्मा देश से जल्द से जल्द हो सके.