कंप्यूटर बाबा – मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान पर अब अपना ही फैसला कहीं ना कही सवाल बनकर उनके मुख्यमंत्री पद के आगे रोडा डाल रहा है।
दरअसल इसी साल मध्य प्रदेश सरकार ने अपने राज्यमंत्रियों में पांच संतों को राज्यमंत्री का पदभार देते हुए एक नए स्तर पर संतों को राजनैतिक सम्मान दिया था, जोकि उस दौरान विपक्ष द्वारा काफी बहस का मुद्दा भी रहा था, लेकिन उस समय इस फैसले को मध्य प्रदेश सरकार और मुख्यमंत्री शिवराज सिंह का एक महत्वकांक्षी कदम माना जा रहा था।
आज सरकार का यहीं फैसले चुनाव से चंद कुछ दिन पहले उनकी मुश्किलें अब बढ़ाने लगा है।
आखिर कैसे आ रहे हैं कंप्यूटर वाले बाबा मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान का आड़े
गौरतलब है कि मध्य प्रदेश की बीजेपी सरकार की कार्यप्रणाली से नाराज कंप्यूटर बाबा ने बीते दिनों में अपने राज्यमंत्री पद से इस्तीफा दे दिया था। खबरों की माने तो कंप्यूटर बाबा नर्मदा मामले पर बीजेपी सरकार के रूख से खासा नाराज है। इतना ही नहीं अब वह मध्य प्रदेश मुख्यमंत्री को खुली चुनौती भी दे रहे हैं। कंप्यूटर बाबा का इस तरह चुनाव के एन मौके पर बरताव बीजेपी सरकार और शिवराज सिंह चौहान की मुश्किलें बढ़ा सकता है।
आखिर कौन है ये कंप्यूटर वाले बाबा
मॉर्डन यानि नए-नए आयामों का उपयोग करने के लिए पहचाने जाने वाले कंप्यूटर बाबा कई बार पहले भी चर्चाओं में रह चुके हैं। मध्य प्रदेश सरकार ने कंप्यूटर वाले बाबा को जब राजमंत्री पद का भार सौपा था, उस दौरान बीजेपी सरकार ने अन्य 4 और संतों नर्मदानंदजी, हरिहरानंदजी, भय्यूजू महाराज और योगेंद्र महंतजी को भी राज्य सरकार में राज्यमंत्री बनाया था। कंप्यूटर बाबा का असली नाम नाम देवदास त्यागी है। उन्हें उनके तेज दिमाग, नए-नए आयमों से लगाव और उनसे काम करने को लेकर यह इस नाम ‘कंप्यूटर बाबा’ की उपाधी मिली है।
उन्हें लेकर यह कहा जाता है कि वह किसी भी मामले में चाहे सहमत हो या असहमत… अपनी प्रतिक्रिया देने से जरा भी पीछे नहीं हटते हैं। वह अब तक तीन अलग-अलग मुद्दों पर तीन नामी बड़े कलेक्टरों के खिलाफ मोर्चा भी खोल चुके हैं। कंप्यूटर बाबा महामंडलेश्र्वर में एक कुटिया में रहते हैं, लेकिन इसके बावजूद वह लैपटॉप, फेसबुक, फोन और हेलिकॉप्टर का खासा शौक रखते हैं। उन्हें हैलिकॉप्टर से यात्रा करना और फेसबुक आदि सोशल मीडिया के जरिए अपने भक्तों से जुड़ना भी बेहद पसंद है। उनके इन्ही शौक के चलते उन्हें कंप्यूटर बाबा के नाम से जाना जाता है।
अब चुनाव से ठीक पहले कंप्यूटर बाबा ने संतों के समागम में अपने मन की बात करते हुए जहां एक ओर शिवराज सिंह पर हमला किया वहीं दूसरी ओर बीजेपी सरकार पर अपना रोष भी व्यक्त किया। इसके लिए वह उन्होंने इंदौर से एक अभिायान की शुरूआत की है, इसके बाद वह ग्वालियर में 30 अक्टूबर, खांडवा में 4 नंवबर, 11 नवंबर को रीवा और 23 नवंबर को जबलपुर में संतों से मुताकात करेंगे। जहां वह नर्मदा में चल रहे अवैध खनन और गोरक्षा जैसे मुद्दों पर चर्चा करेंगे।
मध्य प्रदेश में चुनाव प्रचार जोरो शोरो पर है, ऐसे में कंप्यूटर बाबा का ये रूख बीजेपी सरकार के चेहरे की शिकन बढ़ा रहा है। कंप्यूटर बाबा का ये रूख देख अब बीजेपी सरकार भी उन्हें मनाने के लिए नए-नए तरीकें अपना रही है और इसके लिए वह दूसरें राज्यों के बड़े संतों को कंप्यूटर बाबा से मिलने के लिए भी भेज रही है।