ऑस्ट्रेलिया में हुए कॉमनवेल्थ गेम्स इंडिया के लिए काफी स्पेशल साबित हुए।
भारत के लिए ये कॉमनवेल्थ गेम्स खास इसलिए रहे, क्योंकि भारतीय खिलाड़ीयों ने जबर्दस्त प्रदर्शन करते हुए भारत की झोली मेडल्स से भर दी। इस साल कॉमनवेल्थ गेम्स में कुछ नए चेहरों ने देश का नाम रोशन करने के साथ-साथ अलग-अलग खेलों में नए कीर्तिमान भी स्थापित किए।
2018 कॉमनवेल्थ गेम्स का मोटो ‘ शेयर दी ड्रीम्स’ था और कुल 71 देशों ने इस प्रतियोगिता में हिस्सा लिया। भारत ने इस बार कुल 66 मेडल जीते और मेडल जीतने वाले देशों की श्रेणी में तीसरे नंबर पर रहा। इस बार कई खेलों में भारत ने पहली बार स्वर्ण पदक जीता और कई खिलाड़ियों ने नए रिकॉर्ड भी बनाए।
आइए जानते हैं देश का गौरव बढ़ाने वाले इन खिलाड़ियों के बारे में जिन्होंने इतिहास रच दिया।
1. विकास कृष्ण–
भारतीय मुक्केबाज विकास कृष्ण नें बॉक्सिंग का पहला स्वर्ण पदक भारत की झोली में डाला। विकास का यह पहला कॉमनवेल्थ मेडल है। विकास ने 75 किग्रा भार वर्ग में कैमरुन के डियोडोन विलफ्रे को हरा दिया। वे इससे पहले वे एशियन गेम्स में भी गोल्ड मेडल जीत चुके हैं। विकास एशियन गेम्स और कॉमनवेल्थ गेम्स में गोल्ड मेडल जीतने वाले पहले भारतीय मुक्केबाज हैं।
2. नीरज चोपड़ा–
जेवलिन थ्रो यानि की भाला फेंक में भारत के नीरज चोपड़ा ने गोल्ड मेडल जीतकर सबको चौंका दिया। कॉमनवेल्थ गेम्स में भाला फेंक में यह भारत का पहला मेडल है वहीं 20 साल के नीरज ने 86.47 मीटर दूरी पर भाला फेंककर एक नया रिकॉर्ड भी बनाया। नीरज जूनियर चैंपियनशिप भी जीत चुके हैं।
3. विनेश फोगट–
मशहूर गीता और बबीता फोगाट की छोटी बहन विनेश फोगट ने कुश्ती में भारत को स्वर्ण पदक दिलाया। विनेश ने 50 किग्रा भार कैटेगरी में गोल्ड जीता। विनेश हरियाणा की रहने वाली है ।
4. मनिका बत्रा–
मनिका बत्रा टेबल टेनिस सिंगल्स में भारत के लिए पहला गोल्ड मेडल जीतने वाली खिलाड़ी बन गई है। 22 साल की मनिका दिल्ली की रहने वाली और वे पहले भी कई खिताब जीत चुकी है। मनिका ने फाइनल में सिंगापुर को हराकर मेडल अपने नाम किया।
5. जीतू राय–
भारतीय निशानेबाज जीतू राय ने भी कॉमनवेल्थ गेम्स में गोल्ड मेडल जीतकर भारत का मान बढ़ाया है। इतना ही नहीं 10 मीटर एयर पिस्टल निशानेबाजी स्पर्धा में जीतू ने 235.1 अंक हासिल करके एक नया कीर्तिमान भी स्थापित किया है।
6. मीराबाई चानू–
भारत की बेटी मीराबाई चानू ने भारत के लिए गोल्ड जीता। वेटलिफ्टींग में 48 किलोग्राम भार वर्ग में मीराबाई चानू ने पदक अपने नाम किया और साथ ही कॉमनवेल्थ गेम्स में भारत की झोली में पहला स्वर्ण पदक डालने का गौरव हासिल करते इतिहास रच दिया।
7. श्रेयासी सिंह– भारती की डबल ट्रैप शूटर श्रेयासी सिंह ने शूटिंग में भारत के लिए गोल्ड जीता। उन्होंने ऑस्ट्रेलिया की ईमा कॉक्स हो हरा कर यह पदक जीता। श्रेयासी राजनेता दिग्विजय सिंह की बेटी है।
इसके अलावा एमसी मैरीकॉम, सुशील कुमार, साइना नेहवाल, पीवी सिंधू, हिना संधू ने भी देश के लिए स्वर्ण पदक जीते। 2018 के कॉमनवेल्थ गेम्स में भारत ने पिछले कॉमनवेल्थ गेम्स के मुकाबले ज्यादा मेडल हासिल किए। साथ ही हमारे खिलाड़ियों ने भी बेहतर प्रर्दशन कर के देश की जनता को खुश होने का मौका दिया। भारत ने पिछली बार सिर्फ 15 स्वर्ण पदक जीते थे लेकिन इस बार 26 गोल्ड मेडल जीते हैं जो कि खिलाड़ियों के उम्दा प्रर्दशन को दर्शाता है। 2018 के कॉमनवेल्थ में बहुत से नए पुराने खिलाड़ियों ने पदक जीतकर अगले ओलंपिक्स में भारत को नई उम्मीदें दी है।
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