विभीषण
विभीषण रामायण के एक प्रमुख पात्रों में से एक है. सीता हरण के बाद विभीषण ने ही रावण को बार बार समझाने की कोशिश की थी कि सीता को श्री राम को लौटा दें. लेकिन रावण ने उनकी एक ना सुनी. हार कर विभीषण राम की शरण में चले गए और रावण जैसे शक्तिशाली को हराने में मदद की.रावण के बाद विभीषण ने लंका का राज्य संभाला. विभीषण का वर्णन महाभारत में भी मिलता है. जब पांडवों ने राजसूय यज्ञ किया तो विभीषण ने पांडवों का निमंत्रण स्वीकार किया और बहुत से उपहार भी दिए.
देखा आपने कि कैसे ये पात्र दोनों काल खण्डों में उपस्थित रहे.
आज जब सामान्य इंसान ७० तक मुश्किल से जी सकता है वहीँ ये लोग दो अलग अलग युगों में भी जीवित रहे.