आजकल सोशल मीडिया पर एक सन्देश बहुत शेयर किया जा रहा है.
इसके अन्दर एक स्वदेशी संगठन यह बात लोगों से कह रहा है कि मई माह में सभी भारतीयों को पेप्सी-कोकाकोला का उपयोग नहीं करना है.
सन्देश जो वायरल हो रहा है
एक स्वदेशी कोल्डड्रिंक बहिष्कार आंदोलन के तहत 1 मई से 15 मई तक पूरे भारतवर्ष में ‘कोल्ड ड्रिंक्स’ का बहिष्कार किया जाएगा.
देश के स्वदेशी संगठनों ने पेप्सी, कोक जैसी कोल्ड ड्रिंक ब्रांड्स के खिलाफ मुहीम छेड़ दी है और इसी मुहीम के चलते सोशल मीडिया पर कोल्ड ड्रिंक्स बैन का एक मेसेज वायरल हो गया है जिसमें 1 मई से 15 मई तक कोल्ड ड्रिंक्स से दूर रहने की अपाल की गई है.
कौन हैं यह लोग जो इस आंदोलन दे रहे हैं हवा
राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिल भारतीय हरित क्रांति सेना अमर बलिदानी राजीव दीक्षित के समर्थकों ने भारत वर्ष में 1 मई से 15 मई तक कोल्डड्रिंक बहिष्कार आंदोलन छेड़ा है. यह संगठन दावा कर रहा है कि अखिल भारतीय हरित क्रांति सेना का निर्माण स्वर्गीय राजीव दीक्षित एवं स्वर्गीय डॉ. अब्दुल कलाम द्वारा किया गया है.
इस कोल्डड्रिंक बहिष्कार आंदोलन को करने के लिए चार से पांच माह तक तैयारी की गयी है. दिल्ली जैसे शहर में तो इसका असर नजर आ ही रहा है वहीँ उत्तर प्रदेश और बिहार में भी लोग इसको स्वीकार कर रहे हैं. कोला बनाने वाली कम्पनियों की नींद इस मैसेज के कारण उड़ी हुई है. यह दो से तीन माह ही होते हैं जब कोल्डड्रिंक बड़ी मात्रा में इस्तेमाल की जाती है. लेकिन अगर मई के पंद्रह दिन भी कोई व्यक्ति कोल्डड्रिंक छोड़ता है तो वह आगे भी इसका बहिष्कार कर सकता है. यही सोचकर कंपनी के होश उड़े हुए हैं.
क्या होगा अगर 15 दिन नहीं पियेंगे लोग कोल्डड्रिंक
अगर इन 15 दिनों तक 50 फीसदी भारतीय भी कोल्डड्रिंक का उपयोग करना बंद करते हैं तो इससे कम्पनियों को करोड़ों का घाटा होगा. जिस तरह से पहले राजीव दीक्षित ने कोल्डड्रिंक का सच सामने लाने का काम किया था उसी तरह से अब उनका संगठन भी यह काम कर रहा है. ये भी हो सकता है कि आगामी दिनों में कोल्डड्रिंक के दाम भी गिराये जायें. स्वदेशी संगठनों द्वारा किया जा रहा, यह काम बड़े स्तर पर चर्चा में है.
साथ ही साथ अगर लोग ऐसे में कोल्डड्रिंक पीना छोड़ते हैं तो उसके विकल्प के रूप में कई स्वदेशी प्रोडक्ट्स भी मौजूद हैं जिनका उपयोग लोग करेंगे. इससे भी विदेशी कंपनियां घबरा रही हैं.
तो कुलमिलाकर इस कोल्डड्रिंक बहिष्कार आंदोलन वायरल सन्देश की सत्यता की बता करें तो इसमें पूर्ण सत्यता नजर आ रही है.
बस संगठन के निर्माण में जो अब्दुल कलाम का नाम है उसको लेकर कुछ संशय जरूर है. बाकी यह कोल्डड्रिंक बहिष्कार आंदोलन एक सच है और लोग इसको पूर्ण करने की कसमें भी खा रहे हैं.